क्या रथयात्रा से पहले ओडिशा के अस्थायी कर्मचारियों को मिला बड़ा तोहफा?

सारांश
Key Takeaways
- रथयात्रा से पहले अस्थायी कर्मचारियों को 2.5 लाख का लाभ मिलेगा।
- यह निर्णय कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाएगा।
- हर दो वर्षों में लाभ में 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
- मुख्यमंत्री की कर्मचारी कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता।
- रथयात्रा का आयोजन शुक्रवार को होगा।
भुवनेश्वर, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। विश्वप्रसिद्ध रथयात्रा से ठीक पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य के अस्थायी कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने सेवा समाप्ति पर मिलने वाले एकमुश्त लाभ को 1.5 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपए करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
नए फैसले के अनुसार, कोई भी अस्थायी कर्मचारी जिसकी सेवा समाप्त हो रही है, चाहे वह नियमित पद पर समायोजित न हो या पांच वर्ष की सेवा पूरी न की हो, उसे अब 2.5 लाख रुपए की एकमुश्त राशि दी जाएगी।
वहीं, वे कर्मचारी जो नियमित पद पर पांच साल से अधिक की सेवा कर चुके हैं, उन्हें सेवानिवृत्ति के समय न्यूनतम 2.5 लाख रुपए की ग्रेच्युटी राशि मिलेगी।
इसके अलावा, सरकार ने यह भी निर्णय लिया है कि यह एकमुश्त लाभ हर दो वर्षों में 10 प्रतिशत की दर से बढ़ाया जाएगा। इसके लिए विभागों को वित्त विभाग से पूर्व अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं होगी; वे स्वतः यह वृद्धि लागू कर सकेंगे।
रथयात्रा से एक दिन पहले आई इस घोषणा से राज्य के विभिन्न विभागों में कार्यरत हजारों अस्थायी कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा। यह फैसला कर्मचारियों के कल्याण के प्रति मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बता दें कि इस वर्ष रथयात्रा शुक्रवार से आरंभ हो रही है। इस पावन अवसर पर भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के साथ तीन विशाल रथों पर सवार होकर अपनी मौसी के घर, गुंडिचा मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
भगवान जगन्नाथ नंदीघोष रथ पर विराजमान होंगे, भगवान बलभद्र तालध्वज रथ पर, जबकि देवी सुभद्रा दर्पदलन रथ में अपना स्थान ग्रहण करेंगी।