क्या ओडिशा में कैपिटल रीजन रिंग रोड का निर्माण क्षेत्र का आर्थिक विकास करेगा?

सारांश
Key Takeaways
- कैपिटल रीजन रिंग रोड का निर्माण ओडिशा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना है।
- इसकी लंबाई 111 किलोमीटर है और यह भुवनेश्वर और कटक को जोड़ेगी।
- इस परियोजना से आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
नई दिल्ली, 19 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को ओडिशा में कैपिटल रीजन रिंग रोड के निर्माण को हरी झंडी दे दी। इस पर भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी ने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया है।
सारंगी ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने भूमि विकास पर विशेष ध्यान दिया है। आज भुवनेश्वर और ओडिशा के निवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 111 किलोमीटर लंबे कैपिटल रीजन रिंग रोड, जो भुवनेश्वर और कटक के बीच छह लेन वाला बाईपास है, को मंजूरी दी है। इसके लिए 8,307 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। यह रिंग रोड लंबे समय से प्रतीक्षित थी। मैंने इसके लिए प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी और लिखित में आग्रह किया था। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का भी ध्यान आकर्षित किया था। आज हमें इन दोनों नेताओं का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है, इसके लिए आभार।
उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण से क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा। निश्चित रूप से वहां रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
यह परियोजना तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों (एनएच-55, एनएच-57, एनएच-655) और एक राज्य राजमार्ग (एसएच-65) को जोड़ती है, जिससे ओडिशा के महत्वपूर्ण आर्थिक, सामाजिक और लॉजिस्टिक्स केंद्रों को निर्बाध कनेक्टिविटी मिलती है।
इसके अलावा, उन्होंने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा पर भी टिप्पणी की। एनडीए ने सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार घोषित किया है। पीएम मोदी ने राधाकृष्णन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि वह उपराष्ट्रपति बनने के बाद देश के लिए उत्कृष्ट कार्य करेंगे।