क्या पहलगाम हमले पर पी. चिदंबरम का बयान सही है? प्रह्लाद जोशी का करारा जवाब

सारांश
Key Takeaways
- पी. चिदंबरम का बयान पाकिस्तान को समर्थन देता है।
- प्रह्लाद जोशी ने कड़ा जवाब दिया, जो कांग्रेस की पुरानी नीति को उजागर करता है।
- बिहार में शराबबंदी से गरीबों को लाभ मिला है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने पाकिस्तान को ‘क्लीन चिट’ दे दी है। उन्होंने हाल ही में सवाल उठाया कि कैसे मान लिया जाए कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे, जिस पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कड़ा जवाब दिया।
प्रह्लाद जोशी ने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में कहा कि पी. चिदंबरम का यह बयान कांग्रेस पार्टी की पुरानी नीति का हिस्सा है। जब चिदंबरम खुद गृह मंत्री थे, तब भी ‘भगवा आतंकवाद’ जैसे शब्दों का उपयोग कर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने की कोशिश की गई। आज जब पूरा देश और अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान की भूमिका को लेकर प्रमाण देख रहा है, ऐसे में एक जिम्मेदार पूर्व मंत्री का इस तरह का बयान पाकिस्तान को मजबूत करता है।
जोशी ने आगे कहा कि यही लोग जब सत्ता में थे, तब भी पाकिस्तान का बचाव करते नजर आते थे। अब जब सरकार ने पुख्ता सबूतों के साथ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया है, तब भी ऐसे बयान पाकिस्तान के स्टैंड को बल देते हैं।
इस दौरान, सांसद राजीव प्रताप रूडी ने तेजस्वी यादव के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। तेजस्वी यादव ने हाल ही में कहा था कि यदि उनकी सरकार बनती है, तो शराबबंदी की समीक्षा की जाएगी। इस पर भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने ऐतराज जताया और कहा कि तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि वे शराबबंदी को जारी रखना चाहते हैं या समाप्त करना चाहते हैं। उनकी मंशा अब तक स्पष्ट नहीं है।
रूडी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी से गरीबों को अप्रत्याशित लाभ मिला है। बिहार की महिलाएं आज भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस निर्णय के साथ मजबूती से खड़ी हैं। हालिया सर्वे भी यही दिखाता है कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता और विश्वसनीयता का एक बड़ा आधार यही शराबबंदी है। जो लोग इसे राजस्व हानि का तर्क देकर हटाना चाहते हैं, वे यह नहीं समझते कि बिहार बिना शराब के भी विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है।