क्या पलानीस्वामी ने डीएमके पर आरोप लगाया कि 'परियोजनाएं एआईएडीएमके ने बनाई, श्रेय ले रही डीएमके सरकार'?

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क्या पलानीस्वामी ने डीएमके पर आरोप लगाया कि 'परियोजनाएं एआईएडीएमके ने बनाई, श्रेय ले रही डीएमके सरकार'?

सारांश

एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने गुडालुर में डीएमके पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में विकास लाने में यह सरकार असफल रही है। उन्होंने अन्नाद्रमुक की उपलब्धियों को रेखांकित किया और डीएमके के कार्यों पर सवाल उठाए।

Key Takeaways

  • डीएमके पर आरोप कि उन्होंने अन्नाद्रमुक की परियोजनाओं का श्रेय लिया।
  • गुडालुर में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी की समस्याएं उजागर की गईं।
  • पलानीस्वामी ने पार्टी की चुनावी तैयारियों का संकेत दिया।

चेन्नई, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एआईएडीएमके के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी 'सेव द पीपुल, सेव तमिलनाडु' अभियान के तहत नीलगिरी जिले के गुडालुर पहुंचे। यहाँ उन्होंने सत्तारूढ़ डीएमके पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में सार्थक विकास लाने में असफल रही है।

कुन्नूर और ऊटी का दौरा करने के बाद, पलानीस्वामी ने बुधवार को गुडलूर में आयोजित सभा में पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों के सामने आधुनिक स्वास्थ्य सेवा की चुनौतियों को उजागर किया।

उन्होंने बताया कि नीलगिरी के लोग अक्सर उन्नत चिकित्सा उपचार और सर्जरी के लिए कोयंबटूर या मेट्टुपालयम जाने के लिए बाध्य होते हैं।

पलानीस्वामी ने कहा कि अन्नाद्रमुक के शासनकाल में, पार्टी ने स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास किए थे।

हालांकि इन संस्थानों के निर्माण में काफी प्रगति हुई है, उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार पर्याप्त स्टाफ सुनिश्चित करने में विफल रही है। उन्होंने कहा, "अस्पताल तो बन गए हैं, लेकिन डॉक्टरों और नर्सों की अभी भी कमी है।"

डीएमके की आलोचना करते हुए, पलानीस्वामी ने पूछा कि सत्तारूढ़ दल ने पिछले चार वर्षों में गुडलूर के लिए क्या किया है। उन्होंने कहा, "इस निर्वाचन क्षेत्र में एक भी बड़ी परियोजना नहीं लाई गई है। अन्नाद्रमुक ने यहाँ एक सरकारी विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना की और नीलगिरी में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के लिए काम शुरू किया।"

उन्होंने आगे कहा कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल का लगभग ५० प्रतिशत काम उनकी पार्टी के शासनकाल में पूरा हुआ था।

पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि डीएमके केवल स्टिकर चिपकाने का काम कर रही है और अन्नाद्रमुक की पहलों का श्रेय ले रही है।

पलानीस्वामी ने कहा, "डीएमके सत्ता में आई और उसने स्टिकर लगा कर इन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। वे अन्नाद्रमुक के शासन के दौरान शुरू की गई योजनाओं का उद्घाटन कर रहे हैं और उन्हें अपना बता रहे हैं।"

अपनी पार्टी की चुनावी संभावनाओं को लेकर आश्वस्त, पलानीस्वामी ने कहा कि अन्नाद्रमुक तमिलनाडु की राजनीति में अग्रणी शक्ति बनी हुई है। उन्होंने आगामी चुनावों के लिए अपनी पार्टी की तैयारियों का संकेत देते हुए कहा, "अन्नाद्रमुक पहले स्थान पर मजबूती से कायम है। अब असली मुकाबला यह है कि दूसरे स्थान पर कौन आता है।"

Point of View

तो यह लोकतंत्र की सक्रियता का प्रतीक होता है। हमें यह समझना चाहिए कि राजनीतिक बयानबाजी अक्सर चुनावी लाभ के लिए होती है।
NationPress
24/09/2025

Frequently Asked Questions

पलानीस्वामी ने डीएमके पर क्या आरोप लगाए?
पलानीस्वामी ने आरोप लगाया कि डीएमके ने अन्नाद्रमुक की परियोजनाओं का श्रेय लिया है और पहाड़ी क्षेत्रों में सार्थक विकास लाने में असफल रही है।
गुडालुर में पलानीस्वामी का कार्यक्रम क्यों था?
पलानीस्वामी गुडालुर में 'सेव द पीपुल, सेव तमिलनाडु' अभियान के तहत पहुंचे थे, जहां उन्होंने स्थानीय विकास और स्वास्थ्य सेवाओं की समस्याओं पर बात की।