क्या पंधाना हादसे के पीड़ितों से मिलने पहुंचे सीएम मोहन यादव? राहत कार्य में योगदान के लिए पुरस्कार की घोषणा

सारांश
Key Takeaways
- मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पंधाना हादसे के पीड़ितों से मुलाकात की।
- राहत कार्य में योगदान करने वालों को 51-51 हजार रुपये का पुरस्कार मिलेगा।
- 11 लोगों की मौत और कई गंभीर घायलों की संख्या बढ़ गई।
- सरकार ने आर्थिक सहायता और उपचार के लिए निर्देश दिए हैं।
- भविष्य में सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने की योजना बनाई गई है।
भोपाल, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के पंधाना में देवी की मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए हादसे के पीड़ितों के परिजनों के बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे। उन्होंने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और राहत तथा बचाव कार्य में उत्कृष्टता दिखाने वालों को 51-51 हजार रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में देने की घोषणा की।
गुरुवार की शाम को पंधाना के आर्दना में देवी विसर्जन के दौरान एक ट्रैक्टर ट्रॉली कच्चे पुल पर से तालाब में गिर गई, जिससे 11 लोगों की मौत हो गई और आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हुए। मुख्यमंत्री यादव ने शुक्रवार को खंडवा जिले की पंधाना तहसील के ग्राम जामली राजगढ़ में दुर्घटना के प्रभावित परिवारों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की।
उन्होंने शोक संतृप्त परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही, उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली दुर्घटना के रेस्क्यू ऑपरेशन में सराहनीय कार्य करने वाले ग्रामीणों को 51-51 हजार रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान करने के निर्देश दिए। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए घटनास्थल पर घाट निर्माण के आदेश भी दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री यादव ने मृतकों के निकटतम परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राशि प्रदान करने के निर्देश पहले ही दे दिए हैं। गंभीर घायलों के लिए एक-एक लाख रुपए की मदद का भी ऐलान किया गया है। राज्य सरकार के जनजातीय मंत्री विजय शाह भी पीड़ित परिवारों के बीच पहुंचे और उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है। मृतकों के परिजनों को भरोसा दिलाया गया कि सरकार उनकी हर संभव मदद करेगी।
मंत्री शाह ने मेडिकल कॉलेज खंडवा के अधीक्षक से बात कर घायलों की स्थिति की जानकारी ली और निर्देश दिया कि घायलों को उच्च स्तरीय उपचार के लिए इंदौर भेजा जाए और आवश्यकता पड़ने पर एयर एम्बुलेंस की सुविधा का सहारा लिया जाए। साथ ही, हादसे में मृतक की बेटियों सोनू और पिंकी को अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के छात्रावास में दाखिला देने के निर्देश दिए गए।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी ग्राम राजगढ़ पहुंचकर दिवंगत आत्माओं के शोकाकुल परिजनों से भेंट की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा, 'इन मासूम बच्चों की हंसी-खुशी भरी जिंदगियां हमेशा के लिए छिन जाना बहुत ही दुख की बात है। हम सबकी संवेदनाएं आपके साथ हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि वे इन शोक संतप्त परिवारों को इस अपूरणीय क्षति को सहने की असीम शक्ति दें।'
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से तत्काल राहत उपायों की मांग की है। उन्होंने कहा कि मृतक परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता, घायलों के निःशुल्क समुचित उपचार और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने की आवश्यकता है।