क्या पंजाब सरकार पानी के मुद्दे पर गंदी राजनीति कर रही है? : राजीव बरार

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब सरकार पर पानी का वितरण न करने का आरोप।
- राजीव बरार ने स्थिति की गंभीरता को उजागर किया।
- किसानों के लिए पानी की कमी से फसलें प्रभावित।
- राजस्थान सरकार केंद्र से मदद मांग रही है।
- राजनीतिक खेल से किसानों की स्थिति गंभीर हो रही है।
श्रीगंगानगर, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब सरकार पर हरियाणा को पानी न देने के आरोप लगते रहे हैं। भाजपा विधायक राजीव बरार ने पंजाब सरकार पर राज्य के हिस्से का पानी रोकने का गंभीर आरोप लगाया है।
राजीव बरार ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस पानी के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने हरियाणा और राजस्थान के साथ खेल के रूप में पानी पर राजनीति की। ऐसे में उनका राजनीतिक आधार कमजोर हो रहा है और उनकी विश्वसनीयता भी खत्म हो रही है।"
उन्होंने आगे बताया कि राजस्थान के श्रीगंगानगर के लिए 2,500 क्यूसेक पानी निर्धारित किया गया है, लेकिन हमें केवल 1,000 क्यूसेक ही मिल रहा है। इससे किसानों पर बुरा असर पड़ रहा है। खेती को नुकसान हो रहा है और पीने के पानी का भी संकट है।
भाजपा विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और राज्यपाल ने भी पंजाब सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा की है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अब हम केंद्र सरकार से संपर्क कर रहे हैं ताकि राजस्थान के किसानों का हक दिलाया जा सके।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि पंजाब की सीमा से सटे राजस्थान के श्रीगंगानगर के किसानों में काफी आक्रोश है। आम आदमी पार्टी सरकार पंजाब के श्रीगंगानगर के लिए निर्धारित पानी नहीं दे रही है।
किसानों का कहना है कि गंगनहर में राजस्थान का पानी 2,500 क्यूसेक प्रतिदिन निर्धारित है, लेकिन पंजाब सरकार इसे पूरी तरह से नहीं दे रही है। केवल आधा पानी मिल रहा है, जिससे उनकी फसलें प्रभावित हो रही हैं। पानी को लेकर हमारी लड़ाई अस्तित्व की लड़ाई बन गई है।