क्या अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने भारत की सामाजिक सुरक्षा वृद्धि की तारीफ की?

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क्या अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने भारत की सामाजिक सुरक्षा वृद्धि की तारीफ की?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो संबोधन में आईएलओ की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए भारत की सामाजिक सुरक्षा वृद्धि की प्रशंसा की। अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने इस उपलब्धि पर चर्चा की और इसे देश की आर्थिक प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। जानिए इस रिपोर्ट के पीछे की सच्चाई और इसके प्रभाव को।

Key Takeaways

  • भारत में सामाजिक सुरक्षा कवरेज में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  • 94 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठा रहे हैं।
  • जन धन योजना और आयुष्मान भारत जैसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं।
  • महिलाओं के लिए विशेष कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई हैं।
  • आर्थिक सुरक्षा की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वें एपिसोड में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की एक नई रिपोर्ट का उल्लेख किया है जिसमें बताया गया है कि भारत के सामाजिक सुरक्षा कवरेज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

अर्थशास्त्री पंकज जायसवाल ने मुंबई से समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस के साथ इस अद्भुत उपलब्धि पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि का 'जश्न' मनाया जाना चाहिए, क्योंकि यह पीएम मोदी की शानदार सफलता को दर्शाता है कि गरीब और हाशिए पर पड़े लोग पीछे न छूटें।

आईएलओ के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए, उन्होंने कहा कि यह 2015 से 2025 के बीच सामाजिक सुरक्षा लाभों के कवरेज में 45 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है, जो पीएम मोदी के कार्यकाल के अनुरूप है।

जायसवाल ने कहा कि यह रैंकिंग एक अंतर्राष्ट्रीय मूल्यांकन के पहले चरण पर आधारित है, जिसमें डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर सहित 19 कल्याणकारी योजनाओं की जांच की गई थी। उन्होंने कहा, “यह केवल एक संख्या नहीं है; यह अपने नागरिकों के लिए कल्याण और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में देश की जबरदस्त प्रगति को दर्शाता है।”

“वर्तमान में, भारत में 94 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठा रहे हैं, और अध्ययन के दूसरे चरण के पूरे होने के साथ, यह आंकड़ा 100 करोड़ को पार कर सकता है।”

समानांतर अर्थव्यवस्था को समाप्त करने के लिए सरकार के प्रयास पर प्रकाश डालते हुए, जायसवाल ने कहा कि जन धन जैसी योजनाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने कहा, “पहले, बिना बैंक खाता वाले लोग, खास तौर पर गरीब पृष्ठभूमि से आने वाले लोग, सरकारी लाभों के अपने अधिकार के बारे में जानते भी नहीं थे। अब, वित्तीय समावेशन और डेटा मैपिंग के साथ, लाभ अंतिम छोर तक पहुंच रहा है, और बिचौलियों की भूमिका समाप्त हो गई है।”

उन्होंने आयुष्मान भारत योजना के पैमाने पर जोर देते हुए कहा कि 77 करोड़ डिजिटल स्वास्थ्य कार्ड पहले ही जारी किए जा चुके हैं। साथ ही लखपति दीदी पहल के लाभार्थियों सहित गिग वर्कर्स और स्वयं सहायता समूहों को भी सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाया जा रहा है और इससे महिलाओं को बहुत लाभ हो रहा है।

प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत और असंगठित श्रमिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं जैसी प्रमुख योजनाओं की भूमिका पर प्रतिक्रिया देते हुए, जायसवाल ने कहा कि ये कार्यक्रम भारत के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

उन्होंने कहा, “जब 81 करोड़ लोगों को पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत खाद्य सुरक्षा मिलती है, तो यह सुनिश्चित होता है कि कोई भी भूखा न सोए। जब बुनियादी जरूरतें पूरी होती हैं, तभी लोग उत्पादकता और राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।”

पीएम मोदी के मन की बात में आईएलओ के जिक्र पर जायसवाल ने कहा, “इस रैंकिंग का जश्न मनाया जाना चाहिए। यह दर्शाता है कि भारत निर्णायक रूप से समावेशी, सुरक्षित समाज की ओर बढ़ रहा है।”

Point of View

बल्कि यह देश के आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। एक समावेशी समाज की दिशा में यह एक सकारात्मक संकेत है।
NationPress
22/10/2025

Frequently Asked Questions

भारत में सामाजिक सुरक्षा का कवरेज कितना बढ़ा है?
भारत में सामाजिक सुरक्षा कवरेज में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जैसा कि आईएलओ की रिपोर्ट में बताया गया है।
इस वृद्धि का मुख्य कारण क्या है?
इस वृद्धि का मुख्य कारण सरकार की कल्याणकारी योजनाएं, जैसे जन धन योजना और आयुष्मान भारत, हैं।
कितने लोग वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठा रहे हैं?
वर्तमान में 94 करोड़ लोग सामाजिक सुरक्षा का लाभ उठा रहे हैं।
क्या यह आंकड़ा आगे बढ़ सकता है?
जी हाँ, अध्ययन के दूसरे चरण के पूरे होने के साथ, यह आंकड़ा 100 करोड़ को पार कर सकता है।
क्या ये योजनाएं महिलाओं के लिए फायदेमंद हैं?
हां, महिलाएं लखपति दीदी पहल जैसे कार्यक्रमों से काफी लाभ उठा रही हैं।