क्या पप्पू यादव ने सीट शेयरिंग पर नीतीश कुमार को खत्म करने का अभियान शुरू किया?

सारांश
Key Takeaways
- पप्पू यादव ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया।
- भाजपा को 101 सीटें मिलीं हैं।
- कांग्रेस ने दलित समाज के लिए सीटों पर सवाल उठाया।
- जदयू ने सीटों का वितरण सौहार्दपूर्ण बताया।
- बिहार में चुनावों के लिए सभी दल सक्रिय हैं।
पटना, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारी को गति देने में जुट गए हैं। एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है, जिस पर पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव और अन्य विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पर हमला करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि संजय झा ने अपना मिशन पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को सीएम पद छोड़ने के लिए मजबूर करने का षड्यंत्र पूरा हो गया है।
उन्होंने जानकारी दी कि भाजपा को 101 सीटें मिली हैं और भाजपा की एच टीम, अर्थात् मोदी के समर्थकों को 29 सीटें तथा पिछलग्गू दलों को 12 सीटें दी गईं। इसका मतलब है कि भाजपा 142 सीटों पर और जेडीयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। नीतीश को खत्म करने का अभियान अब पूरा हो चुका है। अति पिछड़ा और दलित समाज को जागरूक होना चाहिए, भाजपा को हटाना होगा, अपना अधिकार और सम्मान बचाना होगा।
कांग्रेस सांसद मनोज सिंह ने कहा कि हम जीतन राम मांझी से पूछना चाहते हैं कि उन्हें केवल 6 सीटें मिलीं। क्या 6 सीटों से दलित समाज को सम्मान मिला? आप कह रहे थे कि राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए 15 सीटें चाहिए। मेरा सवाल जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा से है कि क्या 6-6 सीटों से कुशवाहा समाज और अति पिछड़ा समाज को सम्मान मिल गया?
जीतन राम मांझी के 'प्रधानमंत्री के साथ अंतिम सांस तक रहूंगा' के बयान पर उन्होंने कहा कि उन्हें बोलना पड़ेगा, क्योंकि वे केंद्र में मंत्री हैं। अगर ऐसा नहीं बोलेंगे, तो उन्हें हटा दिया जाएगा, जैसे जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद से हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि इंडिया महागठबंधन में भी सोमवार तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय होगा।
इससे पहले जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा ने सोशल मीडिया पर कहा कि हम एनडीए के साथियों ने सौहार्दपूर्ण वातावरण में सीटों का वितरण पूर्ण किया है। जेडीयू और भाजपा 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि लोजपा (आर) को 29 और आरएलएम एवं हम को 6-6 सीटें मिलीं। एनडीए के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता इस फॉर्मूला को खुशीप्रचंड बहुमत के साथ फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए संकल्पित हैं। बिहार तैयार है, फिर से एनडीए की सरकार।