क्या पप्पू यादव ने राजद पर हमला किया? 'गठबंधन धर्म निभाएं लालू, नहीं तो भाजपा उठाएगी फायदा'

सारांश
Key Takeaways
- महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव है।
- पप्पू यादव ने लालू यादव पर आरोप लगाए।
- राजद को गठबंधन धर्म का पालन करना होगा।
- भाजपा इस स्थिति का लाभ उठा सकती है।
- कांग्रेस के बिना सरकार नहीं बन सकती।
पटना, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव की तिथि नजदीक आते ही एनडीए और महागठबंधन के बीच सियासी लड़ाई और भी बढ़ गई है। महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है, क्योंकि कुछ विधानसभा सीटों पर राजद और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं।
पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर गठबंधन धर्म को न निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि राजद ने गठबंधन के सिद्धांतों का पालन नहीं किया, तो इसका लाभ भाजपा उठा सकती है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में पप्पू यादव ने कहा कि यह 1990 का दौर नहीं है। यदि लालू यादव गठबंधन धर्म का पालन नहीं करेंगे तो इसका सीधा लाभ भाजपा को होगा। कांग्रेस ने हमेशा गठबंधन धर्म का सम्मान किया है। राहुल गांधी का स्पष्ट निर्देश है कि गठबंधन के सिद्धांतों का पालन होना चाहिए। इसलिए, राजद को भी अपने दायित्वों का पालन करना होगा।
पप्पू यादव ने कहा कि दलितों और अति पिछड़ों के साथ कोई समझौता नहीं होगा। कांग्रेस के बिना न तो मुख्यमंत्री बन सकता है और न ही प्रधानमंत्री। हमने लालगंज में अति पिछड़ी जाति को टिकट दिया, लेकिन आप बाहुबलियों को टिकट दे रहे हैं। यह क्यों? आप हमारे दलित प्रदेश अध्यक्ष का अपमान कर रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं होगा। कांग्रेस के बिना आप बिहार में सरकार नहीं बना सकते।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में एनडीए के पक्ष में माहौल नहीं है और उनकी हार निश्चित है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस गठबंधन धर्म का सम्मान कर रही है, लेकिन एनडीए का कोई आधार नहीं है। वे हार रहे हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के साथ सीट बंटवारे पर भी पप्पू यादव ने राजद को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जेएमएम के साथ समझौता करना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हो रहा, तो यह पूरी तरह गलत है। कम से कम जेएमएम को तीन से चार सीटें दी जानी चाहिए। गठबंधन धर्म का पालन करें, यह रवैया ठीक नहीं है।