क्या 'वंदे भारत ट्रेन' से पर्यटन, वाणिज्य और कनेक्टिविटी में सुधार होगा? : पीएम मोदी

सारांश
Key Takeaways
- वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें पर्यटन को बढ़ावा देंगी।
- बेंगलुरु के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।
- इन ट्रेनों से वाणिज्य को भी लाभ होगा।
- बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन।
- भारत का ग्लोबल आईटी मैप पर परचम।
बेंगलुरु, १० अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के बेंगलुरु में केएसआर रेलवे स्टेशन पर तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि बेंगलुरु में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाना मेरे लिए गर्व का क्षण है। बेंगलुरु से बेलगावी, अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और Nagpur से Pune के लिए यह ट्रेनें संचालित होंगी। ये ट्रेनें पर्यटन, वाणिज्य और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार बेंगलुरु के विकास में महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देती है और हम इस महान शहर के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" आज उद्घाटन की गई बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन आईटी क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए फायदेमंद होगी। इससे प्रमुख सड़कों पर भीड़भाड़ भी कम होगी।
'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पहली बार बेंगलुरु आए प्रधानमंत्री मोदी ने मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन किया और तीसरे चरण की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता उन्नत तकनीक और 'मेक इन इंडिया' पहल पर निर्भर थी, जिसमें बेंगलुरु और कर्नाटक के युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, "'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता में हमारी तकनीक और डिफेंस में 'मेक इन इंडिया' की शक्ति शामिल है। इसमें कर्नाटक के युवाओं का बड़ा योगदान है, जिसके लिए मैं सभी का अभिनंदन करता हूं।"
उन्होंने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेनाओं की सफलता और आतंकवादियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की क्षमता को दुनिया ने देखा है।
पीएम मोदी ने कहा कि बेंगलुरु अब 'न्यू इंडिया' के उदय का प्रतीक बन चुका है, जो ग्लोबल आईटी मैप पर भारत का परचम लहराता है।