क्या गोपाल खेमका की हत्या के पीछे जमीन विवाद है?

सारांश
Key Takeaways
- गोपाल खेमका की हत्या एक गंभीर जमीन विवाद का परिणाम है।
- पुलिस ने उमेश यादव और अशोक साव को गिरफ्तार किया है।
- हत्या में सुपारी दी गई थी, जिसमें चार लाख रुपए शामिल थे।
- मामले में हथियार और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
- जांच अभी जारी है और और कड़ियां जोड़ी जा रही हैं।
पटना, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका के हत्याकांड की जांच में पुलिस ने मंगलवार को अहम खुलासा किया है। पुलिस ने शूटर उमेश यादव और साजिशकर्ता अशोक साव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि हत्या में उपयोग की गई हथियार को भी बरामद कर लिया गया है।
बिहार के पुलिस महानिदेशक विनय कुमार ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि पटना में शुक्रवार की रात गोपाल खेमका की हत्या की गई थी। इस घटना के बाद तुरंत विशेष जांच टीम का गठन किया गया और एसटीएफ के सहयोग से पटना पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान एवं सीसीटीवी की जांच शुरू की।
जांच के दौरान पुलिस ने हत्या में उपयोग की गई मोटरसाइकिल को बरामद किया और इसके मालिक के बारे में पूछताछ की, जिससे पता चला कि मोटरसाइकिल उमेश यादव की है। जब पुलिस ने उमेश यादव के मकान की तलाशी ली, तो घटना के समय पहने गए शर्ट, जूता, हेलमेट, मास्क आदि बरामद किए गए। उमेश यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में उसकी निशानदेही पर कमरे की तलाशी में 56 राउंड जिंदा कारतूस, एक 9 एमएमपिस्तौल, दो मैगजीन और 14 गोली बरामद की गई।
उमेश यादव ने बताया कि हत्या के लिए चार लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। इसमें से 50 हजार रुपए अग्रिम दिए गए और शेष राशि घटना के अगले दिन अशोक साव द्वारा दी गई थी। अशोक साव से उसकी मुलाकात बिहारशरीफ में करीब डेढ़ साल पहले एक शादी समारोह में हुई थी।
उमेश ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले अशोक साव ने गोपाल खेमका की हत्या की साजिश रची थी। अशोक ने गोपाल की हत्या के लिए शूटर और हथियार की व्यवस्था करने को कहा था। इस मामले में व्यापारी अशोक साव को भी गिरफ्तार किया गया है।
बताया गया है कि ऐसे अपराधियों से संपर्क किया गया जो इस तरह की घटनाओं में शामिल रहे हैं। हथियार उपलब्ध कराने वाले विकास उर्फ राजा को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया है। उमेश यादव की निशानदेही पर उदयगिरी अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 601 की तलाशी के दौरान 6.50 लाख रुपए नकद, एक पिस्टल, 17 जिंदा कारतूस, जमीन के ढेर सारे कागजात, मोबाइल एवं अन्य सामान बरामद किए गए और अशोक साव को यहां से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, अभी और कड़ियां जोड़नी हैं। पूछताछ में अशोक साव ने बताया कि जमीन और बांकीपुर क्लब का विवाद होने के कारण गोपाल खेमका की हत्या करवाई गई।