क्या पटना पुलिस की मुस्तैदी से 8 लापता छात्राएं सुरक्षित मिलीं?

सारांश
Key Takeaways
- पटना पुलिस ने लापता छात्राओं को महज 5 घंटे में बरामद किया।
- परिजनों की त्वरित शिकायत ने पुलिस को कार्रवाई के लिए प्रेरित किया।
- छात्राएं घूमने निकली थीं, जो कि सुरक्षा के लिहाज से जोखिम भरा था।
- पुलिस की तत्परता से अनहोनी टली।
- परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद किया है।
पटना, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में 8 नाबालिग छात्राओं के लापता होने की घटना के संदर्भ में पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पटना पुलिस ने सभी छात्राओं को सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया है। इस बात की पुष्टि सेंट्रल एसपी दीक्षा ने की है।
जानकारी के अनुसार, नालंदा जिले के छबीलपुर गांव की छात्राएं घर से स्कूल जाने के लिए निकली थीं, लेकिन स्कूल न जाकर घूमने लगीं। जब वे घर वापस नहीं लौटीं, तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
परिजनों की शिकायत पर पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा के नेतृत्व में पुलिस ने छात्राओं की तलाश की और महज 5 घंटे के अंदर सभी को सुरक्षित बरामद कर लिया। इसके बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "हमें जानकारी मिली थी कि नालंदा की कुछ लड़कियों ने अपने परिजनों को फोन किया है कि वे फंस गई हैं। इसके बाद हमने तुरंत कार्रवाई की और तलाशी अभियान शुरू किया, जिसमें करीब 11 बजे लड़कियों को गांधी मैदान के पास से बरामद किया गया। पूछताछ में पता चला कि वे स्कूल के लिए निकली थीं, लेकिन घूमते-घूमते गांधी मैदान पहुंच गईं। सभी छात्राओं को सुरक्षित बरामद कर उनके परिवारों को सौंप दिया गया है।"
यह ध्यान देने योग्य है कि सभी छात्राएं कम उम्र की थीं और ऐसी स्थिति में कोई अनहोनी हो सकती थी, लेकिन पटना पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई ने उन्हें सुरक्षित बरामद कर लिया।
परिजनों ने राहत की सांस लेते हुए पटना पुलिस और सेंट्रल एसपी दीक्षा का धन्यवाद किया है। पुलिस इस मामले की आगे की जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।