क्या पहलगाम आतंकी हमले में पति की जान गंवाने वाली पत्नी ने भारतीय सेना के ऑपरेशन महादेव की सराहना की?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकवादियों का सफाया हुआ।
- प्रियदर्शिनी आचार्य ने सेना की कार्रवाई की सराहना की।
- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लगातार जारी रहनी चाहिए।
- सेना और सुरक्षा बलों की रणनीति प्रभावी हो रही है।
- सुरक्षा बलों ने त्वरित और सटीक कार्रवाई की है।
बालासोर, 29 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पहलगाम आतंकी हमले में शहीद जवान प्रशांत शतपथी की पत्नी प्रियदर्शिनी आचार्य ने भारतीय सेना के ऑपरेशन महादेव की सराहना की है। इस ऑपरेशन में, जो सोमवार को हुआ, सुरक्षा बलों ने तीन आतंकवादियों को मात दी।
प्रियदर्शिनी ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "मैं ऑपरेशन के परिणामों से बहुत संतुष्ट हूं। भारतीय सेना ने अद्भुत और त्वरित कार्रवाई की। मैं उन्हें दिल से बधाई देती हूं। सेना ने आतंकवादियों को उचित जवाब दिया है।"
उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के अभियानों से जुड़े सभी व्यक्तियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। प्रियदर्शिनी ने विश्वास जताया कि हमारे सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। आतंकवाद
ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के लिडवास क्षेत्र में सोमवार को सुरक्षाबलों को आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में महत्वपूर्ण सफलता मिली है। भारतीय सेना के जवानों ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत तीन आतंकियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ लिडवास में हुई, जहां सेना ने आतंकियों का घेराव करते हुए उन्हें समाप्त कर दिया।
ऑपरेशन के संबंध में सेना की चिनार कॉर्प्स ने अपने एक्स हैंडल पर जानकारी साझा की थी। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, 'ऑपरेशन महादेव: लिडवास क्षेत्र में आतंकियों से संपर्क स्थापित हुआ है और ऑपरेशन जारी है।'
कुछ समय बाद, चिनार कॉर्प्स ने एक अन्य पोस्ट में बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादियों को ढेर किया गया है और ऑपरेशन अभी भी जारी है।
सेना के अधिकारियों के अनुसार, खुफिया सूचना के आधार पर लिडवास क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन प्रारंभ किया गया था। इस दौरान सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जो कई घंटों तक चली। मुठभेड़ में तीन आतंकियों को समाप्त करने में सुरक्षाबलों को सफलता मिली। वर्तमान में क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है।
'ऑपरेशन महादेव' को हाल के समय में घाटी में आतंकवाद के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है। यह ऑपरेशन इस बात का संकेत है कि सेना और अन्य सुरक्षाबल आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तत्परता और सटीक रणनीति के साथ जुटे हुए हैं।