क्या व्यापार समझौते पर बातचीत तेज करने के लिए पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका जा रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- पीयूष गोयल की यात्रा का उद्देश्य व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना है।
- दोनों देशों के बीच सकारात्मक चर्चा चल रही है।
- उच्चस्तरीय बैठकें व्यापारिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
- भारत और अमेरिका दोनों ही व्यापारिक संबंधों को महत्व दे रहे हैं।
- इस यात्रा से व्यापार वार्ताओं में तेजी आएगी।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 22 सितंबर को अमेरिका की यात्रा पर निकल रहा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक बयान के अनुसार, 16 सितंबर को भारत दौरे पर आई यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव (यूएसटीआर) की टीम के साथ बैठक में व्यापारिक मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई। इसके परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने सहमति व्यक्त की कि लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देने के लिए प्रयासों में तेजी लाई जाएगी।
बयान में उल्लेख किया गया कि इन चर्चाओं को आगे बढ़ाने और ठोस परिणाम प्राप्त करने हेतु पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल 22 सितंबर को अमेरिका जाएगा। इस दौरे के दौरान अमेरिकी अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठकों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें व्यापार समझौते के महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
भारत और अमेरिका के बीच इस सप्ताह की शुरुआत में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों देश व्यापारिक संबंधों को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण अपना रहे हैं।
बैठक में अमेरिका की ओर से ब्रेंडन लिंच, जो कि भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौता वार्ता के मुख्य वार्ताकार हैं, ने भारतीय प्रतिनिधियों से संवाद किया। भारत की तरफ से बैठक का नेतृत्व वाणिज्य मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने किया।
मंत्रालय के अनुसार, "दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय व्यापार की महत्ता को समझते हुए सकारात्मक और भविष्य की ओर उन्मुख चर्चा की। यह तय किया गया कि एक लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्रता से अंतिम रूप देने के लिए प्रयासों को और तेज किया जाएगा।"
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए सकारात्मक संकेतों से इस प्रक्रिया को और बल मिला है।
वाणिज्य मंत्रालय ने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ताएं अनेक स्तरों पर जारी हैं और इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्ष अत्यंत रचनात्मक और सहयोगात्मक हैं।