क्या किसानों को मिली 'सम्मान निधि'? कृषि मंत्री बोले- कृषकों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही केंद्र सरकार

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए वित्तीय सहायता का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं लागू की हैं।
- बिहार सरकार किसानों के कल्याण में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
- कृषि क्षेत्र में विकास के लिए फर्टिलाइज़र सब्सिडी और अन्य योजनाएं महत्वपूर्ण हैं।
- किसानों की सुरक्षा के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ उठाया जा सकता है।
पटना, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पीएम मोदी ने वाराणसी से 9.7 करोड़ किसानों के लिए 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना' की 20वीं किस्त जारी की। इस अवसर पर पटना के बापू सभागार में 'किसान उत्सव दिवस' का आयोजन हुआ, जिसमें कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है।"
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग 10 करोड़ किसानों के खाते में 20,000 करोड़ रुपए से अधिक डीवीटी के माध्यम से ट्रांसफर किए।"
उन्होंने यह भी बताया, "केंद्र सरकार किसानों की आय में वृद्धि के लिए कई योजनाएं चला रही है, और बिहार सरकार भी इसका समर्थन कर रही है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में किसानों के लिए पेंशन का प्रावधान भी है।"
कृषि मंत्री ने आगे कहा, "इसके अलावा, भारत सरकार लगभग 2 लाख करोड़ की फर्टिलाइज़र सब्सिडी भी किसानों को प्रदान कर रही है। केसीसी और अन्य संस्थाओं द्वारा किसानों को लगभग 25 लाख करोड़ रुपए मिल रहे हैं। कृषि क्षेत्र में यह वृद्धि हो रही है।"
उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत, जब से यह योजना 2016 में शुरू हुई है, तब से 1,83,000 करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे गए हैं। पानी के साधनों का विस्तार, सिंचाई योजनाएं और कोशी जैसी परियोजनाओं पर काम हो रहा है।"
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस और राजद के शासन में कोई भी सहायता राशि नहीं दी जाती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए की सरकार हमेशा किसानों के हित में सोचती है। भारत सरकार किसानों के कल्याण में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, और बिहार सरकार भी किसानों के कल्याण में लगी हुई है। यह एक डबल इंजन की सरकार है, जो किसानों के हित में कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा, "जब भी मैं बिहार आता हूं, तो मैं ऊर्जा और उत्साह से भर जाता हूं। बिहार की भूमि अद्भुत है। यहां की बुद्धि और परिश्रम आज विकसित भारत के निर्माण में योगदान दे रहे हैं और दुनिया को दिशा दे रहे हैं।"
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "यह वही पवित्र धरती है, जहां भगवान बुद्ध और महावीर ने तपस्या की। यह आचार्य कौटिल्य की बुद्धिमत्ता का उदाहरण है और चंद्रगुप्त मौर्य का शौर्य है। यह वही धरती है, जहां किसानों के साथ हुए अन्याय के खिलाफ बापू ने चंपारण में पहला आंदोलन शुरू किया, जहां महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और गलत शिक्षा के खिलाफ यहां के युवा आंदोलन का शंखनाद किया, और लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने इसका नेतृत्व किया। इस पवित्र धारा को मैं बार-बार प्रणाम करता हूं।"
पटना के बापू सभागार में हुए इस आयोजन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा, मंत्री प्रेम कुमार, मंत्री नितिन नवीन सहित कई नेता और अधिकारी मौजूद रहे।