क्या पीएम मोदी की नीतियां भारत को मजबूत और आत्मनिर्भर बना रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम-किसान योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा है।
- यह योजना समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- किसान अपनी कृषि खर्चों का प्रबंधन बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
नई दिल्ली, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत को आत्मनिर्भर बनाने की पहल और स्वदेशी उत्पादों को अपनाने के लिए अपील की किसानों ने देशभर में सराहना की है।
शनिवार को पीएम-किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त जारी होने के बाद किसानों ने कहा कि यह योजना उनके लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बन गई है, जिससे उन्हें कृषि खर्चों को समय पर पूरा करने में सहायता मिली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी से यह किस्त जारी की और 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में सीधे 20,500 करोड़ रुपए स्थानांतरित किए।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मऊ गांव के विजय कुमार उपाध्याय ने कहा कि यह धनराशि बीज, खाद खरीदने और सिंचाई लागत के प्रबंधन के लिए अत्यंत लाभकारी है।
कारतिहान गांव के रामबृक्ष गौतम ने कहा कि यह धनराशि हमेशा सही समय पर आती है और खेती की आवश्यकताओं में सीधा समर्थन करती है। दोनों ने प्रधानमंत्री के प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
हरियाणा के करनाल में एनडीआरआई ऑडिटोरियम में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां राज्य के कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने किसानों के साथ प्रधानमंत्री का संबोधन वर्चुअली देखा।
मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि पीएम-किसान योजना छोटे किसानों के लिए एक जीवन रेखा है, क्योंकि इससे उन्हें साल में तीन बार वित्तीय सहायता मिलती है।
उन्होंने कहा कि एक या दो कनाल भूमि पर खेती करने वाले लोग भी इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।
मंत्री राणा ने विभिन्न राज्यों की कृषि आवश्यकताओं को समझने और देश भर के किसानों को उनके अधिकारों का समर्थन सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री की प्रशंसा की।
उन्होंने वैश्विक व्यापार के मुद्दों पर भी टिप्पणी की और कहा कि जहां अमेरिका जैसे देश अपने व्यापारिक हितों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हैं, वहीं भारत अपनी अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि भारत का 140 करोड़ लोगों का विशाल बाजार दुनिया के लिए एक आकर्षण का केंद्र है, लेकिन देश बाहरी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।
भारत के विकास पर राणा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है।
उन्होंने नागरिकों से स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को चुनकर और “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” पहलों का समर्थन करने का आग्रह किया।
एक किसान रिंकू ने बताया कि पीएम-किसान योजना समय पर सहायता प्रदान करती है, जिससे कृषि खर्चों का प्रबंधन सरल हो जाता है। इस योजना के तहत किसानों को तीन बराबर किश्तों में सालाना 6,000 रुपए मिलते हैं, और यह कई किसानों के लिए उनकी खेती-किसानी के सफर में एक महत्वपूर्ण सहारा बन गया है।