क्या पीएम मोदी ने ‘जी7 शिखर सम्मेलन’ को सार्थक बताया, कहा - 'भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश'?

सारांश
Key Takeaways
- भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है।
- जी7 शिखर सम्मेलन में आतंकवाद पर चर्चा हुई।
- भारत की वैश्विक भूमिका और नेतृत्व का महत्व।
नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन का एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने जी7 सम्मेलन को "सार्थक" बताते हुए आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने वीडियो साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "एक सार्थक जी-7 शिखर सम्मेलन, जिसमें कई मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ।"
एक मिनट 40 सेकंड के इस वीडियो की शुरुआत कनानास्किस के खूबसूरत दृश्य के साथ होती है। वीडियो में पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री के साथ दिखाई दे रहे हैं। कनाडा के पीएम मार्क कार्नी कहते हैं कि जी7 में आपकी (पीएम मोदी की) मेज़बानी करना "मेरे लिए बहुत सम्मान की बात" है। उन्होंने कहा कि भारत (2019 में फ्रांस के) बियारिट्ज से जी7 में शामिल हो रहा है और यह "आपके देश और आपके नेतृत्व के महत्व का प्रमाण" है।
इसके बाद वीडियो में पीएम मोदी की आवाज सुनाई देती है। वह कहते हैं, "भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। पिछले दिनों जी20 समिट के अध्यक्ष के रूप में भारत ने विश्व के लिए अनेक ऐसे इनिशिएटिव लिए हैं। जी20 में भारत ने जो मजबूत नींव रखी है, उसको नए स्वरूप में जी7 में उसके कार्यान्वयन की दिशा में ले जाने का आज एक बहुत बड़ा अवसर है और भारत इस अवसर का उपयोग करने के लिए वैश्विक स्तर पर हमेशा इच्छुक रहा है।"
इससे पहले, बुधवार को कनाडा के कनानास्किस में जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में हिस्सा लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "आतंकवाद का समर्थन और उसे बढ़ावा देने वाले देशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई" का आह्वान किया।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को मजबूत समर्थन देने के लिए वैश्विक समुदाय का आभार जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पहलगाम आतंकी हमला सिर्फ भारत पर नहीं, बल्कि पूरी मानवता पर हमला था।"