क्या पीएम मोदी के 'डबल दिवाली' वादे को प्रफुल्ल पटेल ने सराहा?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का 'डबल दिवाली' वादा
- जीएसटी की स्वीकार्यता देशभर में बढ़ी है
- सरकार जीएसटी को सरल बनाने की योजना पर काम कर रही है
- टैक्स सिस्टम में सुधार की आवश्यकता
- राज्यों को अधिक वित्तीय सहायता मिल रही है
मुंबई, 16 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए जीएसटी पर दिवाली की सौगात देने की बात कही। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सांसद प्रफुल्ल पटेल ने शनिवार को जीएसटी को लेकर केंद्र सरकार की नीति की सराहना की।
प्रफुल्ल पटेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, "जब जीएसटी की शुरुआत हुई, तो कई विरोधी दलों ने इसे लेकर आलोचना की, जिनमें राहुल गांधी सहित विभिन्न नेता शामिल थे। उन्होंने इसके खिलाफ कई वक्तव्य दिए। लेकिन आज हम देख सकते हैं कि जीएसटी अब पूरे देश में स्वीकार कर ली गई है। जीएसटी के माध्यम से देश के शासन में काफी धन आया है, जिसे राज्यों को वितरित किया जाता है और विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "जीएसटी को और सरल बनाना अब आवश्यक हो गया है। इसमें चार स्लैब हैं, जिन्हें घटाकर दो करना जरूरी है। इस दिशा में पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार काम कर रही है। हमारी वित्त मंत्री ने बताया कि जीएसटी काउंसिल में हम इन मुद्दों पर चर्चा करेंगे।"
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टैक्स सिस्टम और जनसेवाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि टैक्स सिस्टम और जनसेवाओं में सुधार के लिए सरकार एक उच्च स्तरीय टास्क फोर्स बनाएगी। हमारा लक्ष्य हर क्षेत्र में सुधार लाना है।
पीएम मोदी ने नागरिकों के लिए इस वर्ष 'डबल दिवाली' का वादा किया। जीएसटी में व्यापक बदलावों का संकेत देते हुए उन्होंने कहा था, 'इस दिवाली मैं आपके लिए डबल दिवाली मनाने जा रहा हूं। देशवासियों को एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है; आम घरेलू वस्तुओं पर जीएसटी में भारी कटौती होगी।' पीएम मोदी ने जीएसटी दरों की समीक्षा की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया, इसे समय की मांग बताया।