क्या पीएम मोदी का बंगाल जाना विकास का मार्ग प्रशस्त करता है?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी का बंगाल दौरा विकास को बढ़ावा दे सकता है।
- बंगाल में असुरक्षा और भ्रष्टाचार की समस्याएं हैं।
- एसआईआर का उद्देश्य योग्य नागरिकों को पहचानना है।
- बांग्लादेश में आतंकवाद का खतरा बढ़ रहा है।
- टीएमसी नेता के बयानों पर जनसमर्थन का विरोध हो रहा है।
नई दिल्ली, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पीएम मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे पर भाजपा सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि जब भी पीएम मोदी वहां जाते हैं, तो लोगों में उत्साह का संचार होता है। वहाँ के लोग अत्यंत परेशान हैं। चारों ओर डर और असुरक्षा का माहौल व्याप्त है। भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। महिलाएं, युवा और गरीब लोग सुरक्षित नहीं हैं। इस दृष्टिकोण से पीएम मोदी का पश्चिम बंगाल जाना अत्यंत आवश्यक है।
नई दिल्ली में राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में सांसद मनन कुमार मिश्रा ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कई विकासात्मक पैकेज दिए जा रहे हैं। असम के लोग भी एनडीए के प्रति वफादार हैं। पीएम मोदी का बंगाल दौरा विकास के नए रास्ते खोलता है।
उन्होंने कहा कि एसआईआर का असली उद्देश्य वोटर लिस्ट से बाहरी नागरिकों जैसे कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी का नाम हटाना है, जबकि योग्य युवाओं और महिलाओं के नाम जोड़ना है। एसआईआर के माध्यम से जिन राज्यों में नाम हटाए गए हैं, अगर किसी को आपत्ति हो, तो वह दर्ज कराई जा सकती है। अगर कोई दस्तावेजी प्रमाण देता है, तो वोटर लिस्ट में उसका नाम जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि एसआईआर देश के लिए अनिवार्य है। बाहरी लोगों का नाम हटाया जाएगा और इससे निष्पक्ष चुनाव संभव होगा।
बांग्लादेश की स्थिति पर भाजपा सांसद ने कहा कि वहां पाकिस्तानी आतंकवादी घुसपैठ कर चुके हैं। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। वहां हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है। विश्व स्तर पर इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। यदि आतंकवाद इस तरह फैलता रहा, तो कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा। भारत की बांग्लादेश पर पूरी नजर है और जल्द ही समाधान निकाला जाएगा।
टीएमसी नेता मदन मित्रा के भगवान श्रीराम को लेकर विवादित बयान पर उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देने वालों को जनता सड़कों पर सबक सिखाएगी। इनका कोई और एजेंडा नहीं है, सिर्फ धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिशें हैं। ये अपने उद्देश्य में विफल हो चुके हैं। एनडीए सरकार का विस्तार हो रहा है।
उन्होंने मदन मित्रा के बयान के बारे में कहा कि उनके पिता भले ही मुसलमान हों, लेकिन भगवान श्रीराम के बारे में इस तरह की बातें करने वालों को जनता का गुस्सा झेलना होगा।
सपा सांसद आरके चौधरी के शव जलाने से प्रदूषण संबंधी बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि यह अत्यंत दुखद है। हिंदू धर्म की परंपरा में शवों का दाह संस्कार सदियों से होता आ रहा है और इससे प्रदूषण नहीं बढ़ता। सपा सांसद अब प्रदूषण की बात कर रहे हैं सिर्फ मुसलमानों के वोट पाने के लिए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हिजाब पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने क्या गलत किया है? एक छोटी सी बात को बढ़ा चढ़ा कर पेश किया जा रहा है। वह पढ़ी-लिखी महिला थीं और कोई दस्तावेज लेने जा रही थीं। "चेहरा दिखाओ" कहने में क्या गलत है?