क्या पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देना कांग्रेस के लिए सही है?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक बयान को भाजपा ने गंभीरता से लिया।
- कांग्रेस पर आरोप लगाया गया कि यह पूर्व नियोजित था।
- डिटेंशन सेंटर बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
रायपुर, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के दरभंगा में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया गया। भाजपा सांसद संतोष पांडे ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना न केवल पीएम का अपमान है, बल्कि बिहार और देश की जनता के लिए भी शर्मनाक है, और इसे कभी माफ नहीं किया जाएगा।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा सांसद ने कहा कि ऐसी अभद्र भाषा का उपयोग जानबूझकर कांग्रेस की ओर से पूर्व नियोजित तरीके से किया गया था। यह ऐसी बात है जिसे न केवल बिहार के लोग, बल्कि पूरे देश के लोग कभी माफ नहीं करेंगे। यह निंदनीय है और ऐसा करने वाले सजा के हकदार हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला द्वारा जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने के बयान पर उन्होंने कहा कि वहां परिस्थिति को देखते हुए निर्णय केंद्र सरकार का है, और मुझे लगता है कि सही समय पर सही निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने गृह मंत्रालय के अप्रवासियों और घुसपैठियों के लिए डिटेंशन सेंटर बनाने संबंधी नोटिफिकेशन पर कहा कि जो भी देश में अवैध तरीके से आए हैं, उन्हें पहचान कर बाहर किया जाना चाहिए। डिटेंशन सेंटर पहले बन जाना चाहिए था। हालांकि, सही समय पर यह फैसला लिया जा रहा है, उचित कार्रवाई होगी।
भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि निश्चित रूप से कांग्रेस के मंच से पीएम मोदी के लिए अपशब्द कहे गए। यह सिर्फ पीएम मोदी का अपमान नहीं, बल्कि देश की माताओं-बहनों का भी अपमान है। देश और बिहार की जनता इसका हिसाब लेगी।
जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग पर उन्होंने कहा कि वहां पत्थरबाजी बंद हो गई है। लोकतंत्र बहाल हो गया है और निर्वाचित प्रतिनिधि अपनी जगह पर हैं। आतंकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा रहा है। भविष्य में सही समय आने पर केंद्र सरकार अपना फैसला लेगी।
डिटेंशन सेंटर के मामले पर उन्होंने कहा कि आज पूरे देश की डेमोग्राफी के चरमराने के पीछे रोहिंग्या, बांग्लादेशी हैं। कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए देश को धर्मशाला बना दिया था। अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। डिटेंशन सेंटर जरूरी है, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं।