क्या पीएम मोदी ने भारत-क्रोएशिया संबंधों की मजबूती पर जोर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी की क्रोएशिया यात्रा ऐतिहासिक है।
- द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के लिए नई संभावनाएँ खुली हैं।
- रक्षा, कृषि, और आईटी क्षेत्रों में सहयोग पर बल दिया गया।
- भारतीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी देखी गई।
- प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच का स्वागत अभूतपूर्व था।
नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन देशों के दौरे के अंतिम चरण में बुधवार को क्रोएशिया पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राजधानी जाग्रेब में क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ संवाद किया। दोनों नेताओं के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी ने इस बातचीत की एक तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा, "जाग्रेब में अपने मित्र प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ सार्थक बातचीत हुई। हमारी चर्चा में कई क्षेत्रों को शामिल किया गया, जिसका उद्देश्य भारत-क्रोएशिया के बीच संबंधों को और भी मजबूत बनाना है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम रक्षा और सुरक्षा, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि, आईटी, नवीकरणीय ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्र में सहयोग करेंगे। सेमीकंडक्टर, जहाज निर्माण, कनेक्टिविटी और अन्य क्षेत्रों में तालमेल भी सहायक सिद्ध होगा।"
इससे पहले, जाग्रेब में फ्रांजो तुजमैन एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत खुद क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच ने किया। पीएम मोदी ने इस आत्मीयता के लिए सोशल मीडिया पर आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह एक विशेष यात्रा है। मैं प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच द्वारा एयरपोर्ट पर स्वागत करने के इस विशेष भाव के लिए आभारी हूं।"
क्रोएशियाई प्रधानमंत्री प्लेंकोविच ने कहा कि यह यात्रा एक महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक समय पर हो रही है और इससे द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए एक नया अध्याय शुरू होगा।
सड़कों पर बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय और स्थानीय नागरिक एकत्रित हो गए। "मोदी-मोदी", "भारत माता की जय" और "वंदे मातरम्" के नारों के बीच पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, जिन्हें देखकर प्रधानमंत्री मुस्कुराते नजर आए।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली ऐतिहासिक यात्रा है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
इससे पहले, भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मार्च 2019 में क्रोएशिया की राजकीय यात्रा की थी, जहां उन्हें क्रोएशिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द किंग ऑफ टॉमिस्लाव' से नवाजा गया था।