क्या प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से 'राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन' का शुभारंभ करेंगे?

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क्या प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली से 'राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन' का शुभारंभ करेंगे?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 अगस्त को दिल्ली में 'राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन' का शुभारंभ करेंगे। यह पहल भारतीय कृषि को टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल बनाने का लक्ष्य रखती है। जानें इस मिशन के महत्व और इसके पीछे के उद्देश्यों के बारे में।

Key Takeaways

  • टिकाऊ कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण पहल।
  • किसानों की लागत में कमी।
  • मृदा स्वास्थ्य में सुधार।
  • पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास।
  • वैश्विक कृषि में भारत की अग्रणी भूमिका।

नई दिल्ली, 23 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नई दिल्ली के पूसा स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) परिसर में 'राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन' (एनएनएफएम) का शुभारंभ करने जा रहे हैं।

इस बहुप्रतीक्षित पहल का उद्देश्य टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देकर भारतीय कृषि में क्रांति लाना है, साथ ही किसानों की लागत कम करना और मृदा स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को राज्य के कृषि मंत्रियों के साथ एक उच्च-स्तरीय वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद एक प्रेस वार्ता में इस पहल की पुष्टि की थी। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी 23 अगस्त को पूसा (दिल्ली) स्थित आईसीएआर में राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन का शुभारंभ करेंगे।" उन्होंने पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी कृषि विकास के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।

यह पहल एक व्यापक राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत को टिकाऊ कृषि में वैश्विक अग्रणी के रूप में स्थापित करना है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राज्य सरकारों के साथ मिलकर, इस पहल की व्यापक तैयारी कर रही है। इसका लक्ष्य न केवल देश भर में प्राकृतिक कृषि पद्धतियों का विस्तार करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों में सार्थक योगदान देना भी है।

'राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन' (एनएमएनएफ) को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 25 नवंबर, 2024 को मंजूरी दी थी। इसे 15वें वित्त आयोग चक्र (2025-26) के अंत तक एक स्वतंत्र केंद्र प्रायोजित योजना के रूप में क्रियान्वित किया जा रहा है। यह मिशन प्राकृतिक खेती के वैज्ञानिक तरीकों पर केंद्रित है, जो मिट्टी की उर्वरता में सुधार करते हैं, केमिकल्स पर निर्भरता कम करते हैं और कृषि की समग्र जलवायु सहनशीलता को बढ़ाते हैं।

इसके अलावा, व्यापक कृषि विकास अभियान के तहत, सरकार आगामी रबी सीजन के दौरान 3 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' चलाएगी। 'विजय पर्व' थीम वाले इस अभियान का उद्देश्य मिशन के संदेश को और व्यापक बनाना और किसानों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं को एक समन्वित राष्ट्रीय प्रयास में एक साथ लाना है।

Point of View

यह पहल न केवल कृषि क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे देश में पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी। यह कदम हमें वैश्विक स्तर पर टिकाऊ कृषि में अग्रणी बना सकता है।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस मिशन का उद्देश्य टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है।
इस मिशन के अंतर्गत किसानों को क्या लाभ होगा?
किसानों की लागत कम होगी और मिट्टी की सेहत में सुधार होगा।