क्या प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा से भारतीय प्रवासियों में उत्साह और भारत-मालदीव संबंधों को मिलेगा बढ़ावा?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा से भारत और मालदीव के रिश्ते मजबूत होंगे।
- भारतीय प्रवासी समुदाय में उत्साह का माहौल है।
- यह यात्रा विकास और निवेश को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी।
- मालदीव में भारत सरकार की मदद से कई परियोजनाएं चल रही हैं।
- दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
माले, २५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मालदीव यात्रा को लेकर भारतीय प्रवासी समुदाय में अपार उत्साह का माहौल है। मालदीव में निवास कर रहे भारतीयों ने इस यात्रा को ऐतिहासिक मानते हुए इसे दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को और प्रगाढ़ बनाने वाला कदम बताया।
मालदीव में कार्यरत डॉक्टर और सर्जन वीरभद्र ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "पिछले दस वर्षों में मालदीव में बहुत परिवर्तन आया है और अब यहाँ रहना अत्यंत सुखद है। हम प्रधानमंत्री मोदी और अपने दोस्तों से मिलने के लिए अत्यंत उत्साहित हैं।"
वीरभद्र ने पीएम मोदी को एक महान और विश्वप्रसिद्ध नेता बताया और कहा कि उनसे मिलना एक अद्वितीय अवसर है। उन्होंने भारत और मालदीव के रिश्तों को बहुत अच्छा बताया तथा कहा कि प्रारंभिक उतार-चढ़ाव के बाद अब यह स्पष्ट है कि मालदीव, भारत का सच्चा मित्र है। उनका विश्वास है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध और प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के पास बुद्धि, ज्ञान और अनुभव है। वे हर परिस्थिति में एक साझा समाधान निकालेंगे, जिससे दोनों देशों की दोस्ती और गहरी बनेगी।"
इसी प्रकार, सुदर्शन शेट्टी ने मालदीव में पीएम मोदी के आगमन को जीवन में एक बार मिलने वाला अवसर बताया। उन्होंने कहा, "यह एक अद्वितीय और अद्भुत अनुभव है। मैं और मेरा परिवार इस मुलाकात के लिए बहुत उत्साहित हैं।"
सुदर्शन ने भारत और मालदीव के दशकों पुराने गहरे रिश्तों का उल्लेख करते हुए कहा कि पीएम मोदी की यह यात्रा संबंधों, निवेश और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने भारत सरकार के सहयोग से मालदीव में चल रही विकास परियोजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, "भारत जैसे मित्र देश का सहयोग मिलना गर्व की बात है। मालदीव सही दिशा में प्रगति कर रहा है, और भारत सरकार के साथ-साथ निजी संस्थानों की परियोजनाओं से यहाँ आर्थिक विकास में सकारात्मक बदलाव आया है।"
प्रवासी भारतीय समुदाय के एक अन्य सदस्य ने कहा, "पीएम मोदी से मिलने का उत्साह शब्दों में नहीं कहा जा सकता। एक भारतीय होने के नाते, उनसे मिलना मेरे लिए गर्व का क्षण है।"
संदीप नाम के एक प्रवासी ने बताया कि यह उनकी पहली मुलाकात होगी। संदीप ने कहा, "मैंने पारंपरिक पोशाक पहनी और सुबह ५ बजे से तैयार हो गया। पीएम मोदी ने मालदीव के लिए जो किया, उसके लिए धन्यवाद के शब्द भी कम हैं। पिछले ७० वर्षों में जो नहीं हुआ, वह पीएम मोदी ने किया।"
सड़कों पर कई लोग पीएम मोदी के पोस्टर लेकर 'मोदी जिंदाबाद' और 'भारत माता की जय' के नारे लगाते दिखाई दिए। भारतीय प्रवासियों का मानना है कि यह यात्रा दोनों देशों के बीच व्यापार और दोस्ती को बढ़ावा देगी। मालदीव में भारत सरकार की मदद से चल रही कई परियोजनाएं, जैसे बुनियादी ढांचे और आर्थिक विकास के कार्य, इस दोस्ती का प्रतीक हैं। प्रवासियों का मानना है कि पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को और मजबूत करेगी और भविष्य में सहयोग के नए द्वार खोलेगी।