क्या सभी को मिलेगा माता का आशीर्वाद और आत्मविश्वास का संचार?

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क्या सभी को मिलेगा माता का आशीर्वाद और आत्मविश्वास का संचार?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन सभी देशवासियों को देवी स्कंदमाता के आशीर्वाद और आत्मविश्वास के संचार की शुभकामनाएं दीं। इस दिन की विशेष पूजा और महत्व को समझाते हुए, उन्होंने सभी भक्तों की उन्नति की कामना की है।

Key Takeaways

  • देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद आत्मविश्वास का संचार करता है।
  • नवरात्रि के दौरान पूजा और आराधना का महत्व है।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने सभी भक्तों के लिए शुभकामनाएं दीं।
  • नवरात्रि का त्योहार भारत में भक्ति के साथ मनाया जाता है।
  • स्कंदमाता मातृत्व और करुणा का प्रतीक हैं।

नई दिल्ली, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। यह विशेष दिन देवी स्कंदमाता को समर्पित है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "नवरात्रि में आज देवी मां को शीश झुकाकर नमन! उनकी कृपा से हर किसी के जीवन में आत्मविश्वास का संचार हो। माता का आशीर्वाद सभी भक्तों को प्राप्त हो, यही कामना है।"

नवरात्रि का पांचवां दिन मां स्कंदमाता, देवी दुर्गा के पांचवे रूप को समर्पित है। स्कंदमाता विशुद्ध चक्र से जुड़ी हैं, जो शुद्धता और स्पष्टता का प्रतीक है। उनके भक्त मानते हैं कि वह तनाव और दुख दूर करती हैं और उन्हें माता, प्रेम और करुणा का प्रतीक मानते हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी देवी की आराधना की और इस दिन के महत्व के बारे में बताया।

सीएम योगी ने एक्स पोस्ट में लिखा, "शारदीय नवरात्रि के पंचम दिवस पर, आदिशक्ति मां दुर्गा की पंचम स्वरूप मां स्कन्दमाता से प्रार्थना है कि चराचर जगत पर अपनी कृपा बनाए रखें। मां का आशीर्वाद सभी की उन्नतिसमृद्धि का मार्ग प्रशस्त करे, यही कामना है। जय मां स्कन्दमाता!"

देश भर के श्रद्धालु देवी के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं, फूल-फल चढ़ाते हैं और प्रार्थना करते हैं। वे देवी से सुरक्षा, मार्गदर्शन और कल्याण के लिए आशीर्वाद मांगते हैं। मां स्कंदमाता को फूल बहुत प्रिय होते हैं और उन्हें पीले और केसरिया रंग के भोग अर्पित किए जाते हैं। भक्त पूजा के दौरान उन्हें यह भोग चढ़ाकर देवी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं।

देवी स्कंदमाता मातृत्व, करुणा और भक्तों को आध्यात्मिक और सांसारिक दोनों सफलता की ओर मार्गदर्शन करने की शक्ति का प्रतीक हैं। स्कंदमाता को उनके पुत्र कार्तिकेय को गोद में लिए, सिंह पर बैठी और हाथों में कमल के फूल पकड़े हुए दिखाया जाता है।

नवरात्रि, जिसका संस्कृत में अर्थ है 'नौ रातें', हिंदू धर्म का एक त्योहार है जो देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों (नवदुर्गा) की पूजा के लिए मनाया जाता है। यह त्योहार पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है, जिसमें देवी के नौ रूपों की पूजा और प्रार्थना की जाती है।

Point of View

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए शुभकामनाएं न केवल धार्मिक आस्था को बढ़ावा देती हैं बल्कि समाज में आत्मविश्वास और सकारात्मकता के संचार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह समय है जब हम सभी एकजुट होकर अपनी संस्कृति और परंपराओं का सम्मान करें।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

नवरात्रि का महत्व क्या है?
नवरात्रि देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा का त्योहार है, जो पूरे भारत में मनाया जाता है।
स्कंदमाता कौन हैं?
स्कंदमाता देवी दुर्गा के पांचवे रूप हैं और उन्हें मातृत्व, करुणा और आध्यात्मिक मार्गदर्शन का प्रतीक माना जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशवासियों को देवी स्कंदमाता का आशीर्वाद और आत्मविश्वास का संचार करने की शुभकामनाएं दीं।
देवी स्कंदमाता की पूजा कैसे की जाती है?
भक्त देवी स्कंदमाता के मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं, फूल-फल चढ़ाते हैं और प्रार्थना करते हैं।
नवरात्रि कब मनाई जाती है?
नवरात्रि हर वर्ष शारदीय नवरात्रि के रूप में मनाई जाती है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा की जाती है।