क्या पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों की बैठक में जोश भरा?
सारांश
Key Takeaways
- जनसंपर्क को मजबूत करना आवश्यक है।
- डिजिटल अभियान बढ़ाने की जरूरत है।
- सोशल मीडिया का प्रभावी उपयोग करें।
- सरकार की योजनाएं जनता के जीवन में परिवर्तन ला रही हैं।
- कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति पर ध्यान दें।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार शाम को एनडीए सांसदों की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक का माहौल बेहद सकारात्मक और उत्साहपूर्ण था। सांसदों को आगामी महीनों में जनसंपर्क, डिजिटल पहुंच और विकास कार्यों को जनता तक अधिक प्रभावी तरीके से पहुंचाने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों को सलाह दी कि वे अपने क्षेत्रों में हो रहे विकास कार्यों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से जनता के बीच अधिक स्पष्टता और पारदर्शिता से प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार जनहित के लिए काम कर रही है, लेकिन इसकी उपलब्धियां कई बार लोगों तक सही रूप में नहीं पहुंच पातीं। इसलिए जनसंपर्क को और मजबूत करना आवश्यक है।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया को प्रभावी माध्यम बताते हुए सांसदों को इस प्लेटफॉर्म पर और अधिक सक्रिय रहने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि जनता विकास कार्यों को प्रत्यक्ष अनुभव कर सके, इसके लिए सांसदों को डिजिटल अभियान बढ़ाने और स्थानीय स्तर पर मजबूत संवाद स्थापित करने की जरूरत है।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस चुनाव नजदीक आते ही वादों की झड़ी लगा देती है और काम करने का दिखावा करती है, जबकि एनडीए सरकार निरंतर काम में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की योजनाएं जनता के जीवन में वास्तविक परिवर्तन ला रही हैं, परंतु इन उपलब्धियों का व्यापक प्रचार अभी अपेक्षित स्तर पर नहीं हो पाता।
प्रधानमंत्री ने सांसदों को आश्वस्त करते हुए कहा, "ये मजदूर आपके पीछे खड़ा है, आप बस काम करिए।" उनके इस बयान को सांसदों ने उत्साहवर्धक बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पोस्ट में बताया कि उन्होंने 7, लोक कल्याण मार्ग पर एनडीए सांसदों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि एनडीए परिवार सुशासन, राष्ट्रीय विकास और क्षेत्रीय आकांक्षाओं की पूर्ति के साझा संकल्प का प्रतीक है।