क्या पीएम मोदी ने 'ज्ञानस्थली' गयाजी से बिहार को बिजली, रेल, सड़क, आवास, जलापूर्ति परियोजनाओं की सौगात दी?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी ने 13 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन किया।
- गयाजी में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाएँ शुरू हुईं।
- स्थानीय लोगों को इन योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
- गयाजी का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व है।
- सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।
गयाजी, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के गयाजी में 'ज्ञानस्थली' नामक स्थान पर पहुँचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। इस अवसर पर, पीएम मोदी ने मगध विश्वविद्यालय के मैदान में आयोजित एक समारोह में 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली रेल, सड़क, बिजली, आवास, जलापूर्ति और स्वास्थ्य से संबंधित विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
इस मौक़े पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी उपस्थित थे। पीएम मोदी ने यहाँ एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें मगध क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों से काफी लोग शामिल हुए। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने गयाजी और दिल्ली के बीच अमृत भारत एक्सप्रेस और वैशाली और कोडरमा के बीच बौद्ध सर्किट ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
गयाजी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मोदी ने बक्सर में 660 मेगावाट क्षमता का थर्मल पावर प्लांट, मुजफ्फरपुर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, एनएच 31 का बख्तियारपुर से मोकामा चार लेन पथ, नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत मुंगेर में एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क योजना, और औरंगाबाद, बोधगया और जहानाबाद में जल आपूर्ति परियोजना का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने बेगूसराय में छह लेन सिमरिया पुल का उद्घाटन किया। यह पुल एनएच 31 पर स्थित है और इसकी लंबाई 8.15 किमी है। यह पटना के मोकामा और बेगूसराय के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगा। यह पुल पहले से मौजूद दो लेन वाले राजेंद्र सेतु के समानांतर बनाया गया है। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में 4,260 और ग्रामीण क्षेत्रों में 12,000 लाभार्थियों को गृह प्रवेश कराया।
इस अवसर पर, पांच प्रमुख लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से अपने घरों की चाबी सौंपी गई। इसमें तीन ग्रामीण और दो शहरी परिवार शामिल थे। पीएम मोदी के आगमन से एनडीए कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखा गया। सुबह से ही लोग कार्यक्रम स्थल पर इकट्ठा होने लगे थे। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।