क्या पीएम मोदी ने 'मन की बात' में 'सामाजिक सुरक्षा लाभ' का जिक्र किया? बरेली की नूर फातिमा बोलीं 'हम रखते हैं इत्तेफाक'

सारांश
Key Takeaways
- भारत में सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ा है।
- पीएम मोदी की योजनाओं से महिलाओं की आत्मनिर्भरता बढ़ी है।
- रिश्वतखोरी में कमी आई है।
- युवाओं को प्रोत्साहन मिल रहा है।
- पसमांदा समाज के लिए योजनाएं लाभकारी हैं।
बरेली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' देशभर में लोगों द्वारा बड़े उत्साह से सुना गया। पीएम मोदी ने आईएलओ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में भारत ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। उत्तर प्रदेश के बरेली में भी लोग 'मन की बात' में शामिल हुए और उन्होंने माना कि स्थिति में सुधार हो रहा है।
'मन की बात' के 123वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 64 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या (लगभग 95 करोड़ लोग) अब किसी न किसी सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ उठा रही है। 2015 तक, केवल 25 करोड़ लोग ही सरकारी योजनाओं का लाभ ले पाते थे, जो यह दर्शाता है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत ने सामाजिक सुरक्षा के दायरे में उल्लेखनीय वृद्धि की है। यह उपलब्धि देश में सामाजिक-आर्थिक समावेश को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बरेली की नूर फातिमा ने कहा, 'हम पीएम मोदी की बात से इत्तेफाक रखते हैं। पीएम मोदी के कार्यकाल में सभी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। पहले आवेदन करने पर रिश्वत मांगी जाती थी, लेकिन अब यह समाप्त हो गया है। अब केंद्र से पूरा पैसा सीधे योजना के तहत बैंक खाते में पहुंच जाता है।'
27 वर्ष के शारिक अब्बासी ने कहा, 'आईएलओ की रिपोर्ट में जो कहा गया है वह वास्तव में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पीएम मोदी युवाओं को प्रोत्साहन दे रहे हैं और पीएम आवास योजना तथा आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं से गरीबों का कल्याण कर रहे हैं। योगी सरकार और केंद्र सरकार पसमांदा समाज के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। हमें आयुष्मान योजना का लाभ मिल रहा है।'
तारिक कुरैशी ने कहा कि पीएम मोदी की योजनाओं से सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है और पसमांदा समाज के लिए सरकार अच्छा काम कर रही है।