क्या पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर विपक्ष को करारा जवाब दिया? : राजीव रंजन

सारांश
Key Takeaways
- पीएम मोदी ने विपक्ष को करारा जवाब दिया।
- पाकिस्तान के साथ युद्धविराम में कोई तीसरा देश नहीं था।
- राजीव रंजन ने पीएम के बयान की सराहना की।
- चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को सही करने के लिए कदम उठाए हैं।
- नीतीश कुमार का योगदान स्वास्थ्य सुधार में महत्वपूर्ण रहा है।
पटना, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर हुई चर्चा के दौरान स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ युद्धविराम में किसी भी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं रही है। इस पर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि पीएम ने विपक्ष को एक दमदार जवाब दिया।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष के सवालों का सटीक और स्पष्ट उत्तर दिया है। लगातार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका और भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए थे, लेकिन प्रधानमंत्री ने सभी पहलुओं को स्पष्ट कर दिया। विपक्ष लगातार जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था। प्रधानमंत्री ने ट्रेड डील के मुद्दे को भी स्पष्ट किया और अमेरिकी मध्यस्थता को पूरी तरह खारिज किया। उन्होंने कहा कि न केवल अमेरिका, बल्कि दुनिया के किसी भी देश की भारत-पाक संघर्ष विराम में कोई भूमिका नहीं है।
उन्होंने एसआईआर पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को लेकर कहा कि निःसंदेह एसआईआर सही दिशा में बढ़ रहा है। जिनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं, वे या तो मृतक हैं या अन्य स्थान पर चले गए हैं। चुनाव आयोग सभी मतदाताओं तक पहुंच चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यदि आपको लगता है कि कुछ गलत है, तो आप 15 लोगों के नाम बताएं। हम उस पर कार्रवाई करेंगे। विपक्ष को हंगामा करने के बजाय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने सभी वर्गों के लोगों का ध्यान रखा है। उनके जीवन में खुशहाली आई है। 2005 से पहले स्थिति बहुत खराब थी। अब स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह बदल चुकी है। ममता और आशा कार्यकर्ताओं ने इस बदलाव को आम जनता तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरकार ने इन कार्यकर्ताओं की जरूरत को समझा है और मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है।
जदयू प्रवक्ता ने चिराग पासवान के बयान पर कहा कि उनकी बातें स्वागत योग्य हैं। एनडीए का यह सर्वसम्मत निर्णय है। हम बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकजुट हैं। एनडीए एक बड़ी जीत की ओर बढ़ रहा है। प्रदेश के अगले मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार होंगे। जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है।