क्या पीएम-युवा 3.0 के परिणाम घोषित हो गए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- पीएम-युवा 3.0 का उद्देश्य युवा लेखकों को प्रेरित करना है।
- 43 युवा लेखकों के पुस्तक प्रस्तावों का चयन किया गया है।
- यह योजना एनईपी 2020 के अनुरूप है।
- चयनित लेखकों को 50,000 रुपए की छात्रवृत्ति मिलेगी।
- पुस्तकों का पहला समूह अगले वर्ष प्रकाशित होगा।
नई दिल्ली, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित पीएम-युवा 3.0 के परिणाम अब घोषित हो चुके हैं। प्रधानमंत्री द्वारा युवा लेखकों के मार्गदर्शन के लिए यह योजना लेखन से संबंधित एक महत्वपूर्ण पहल है। एनबीटी-इंडिया की वेबसाइट पर इन नतीजों को प्रकाशित किया गया है। यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है। इसका उद्देश्य युवा लेखकों को उनके लेखन और विचारों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करना है।
राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अनुसार, इस संस्करण में 30 वर्ष से कम उम्र के 43 युवा लेखकों के पुस्तक प्रस्तावों का चयन अखिल भारतीय प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है। ये प्रस्ताव भारत की 22 आधिकारिक भाषाओं और अंग्रेजी में प्राप्त हुए हैं। इन भाषाओं में डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, असमिया, बांग्ला, बोडो, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, मैथिली, ओड़िया, पंजाबी, संताली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, संस्कृत और उर्दू शामिल हैं। इतनी व्यापक भाषाई भागीदारी इस योजना के उद्देश्य को और मजबूत करती है।
न्यास का कहना है कि चयनित 43 लेखकों में 19 महिलाएं और 24 पुरुष हैं। इन चयनित पुस्तक प्रस्तावों को छह माह के भीतर प्रतिष्ठित विद्वानों के मार्गदर्शन में पुस्तकों का रूप दिया जाएगा। प्रत्येक चयनित लेखक को 50,000 रुपए प्रतिमाह की छात्रवृत्ति और प्रकाशित पुस्तक पर आजीवन 10 प्रतिशत रॉयल्टी प्रदान की जाएगी।
इस वर्ष पीएम-युवा 3.0 के लिए राष्ट्र-निर्माण में भारतीय प्रवासी समुदाय का योगदान, भारतीय ज्ञान परंपरा तथा आधुनिक भारत के निर्माता (1950–2025) निर्धारित विषय थे। चयनित पांडुलिपियां गैर-कथा (नॉन-फिक्शन) श्रेणी की हैं, जिनमें इतिहास, संस्कृति, विज्ञान, दर्शन, शासन व्यवस्था, सामाजिक सुधार और भारत की वैश्विक सहभागिता जैसे विषयों के माध्यम से भारत के अतीत, वर्तमान और भविष्य को प्रस्तुत किया गया है।
अब चयनित लेखकों का एक राष्ट्रीय शिविर आगामी नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला के दौरान आयोजित किया जाएगा। यह पुस्तक मेला 10 से 18 जनवरी, 2026 तक होगा। पीएम-युवा 3.0 के तहत पुस्तकों का पहला समूह अगले वर्ष प्रकाशित किया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत और विदेशों में भारतीय साहित्य और विचारधारा का प्रतिनिधित्व करने वाले नई पीढ़ी के लेखकों को तैयार करना है।