क्या प्रधानमंत्री मोदी ने दोहा के हमलों पर चिंता जताई? कतर के अमीर से की बातचीत

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने दोहा में हुए हमलों पर चिंता व्यक्त की।
- कतर के अमीर से बातचीत ने भारत's कूटनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाया।
- भारत शांति और स्थिरता का समर्थन करता है।
- कतर ने इजरायली हमले पर आपत्ति जताई।
- हमास के नेतृत्व पर इजरायली हमले का आधिकारिक नाम 'अत्जेरेट हादिनट' है।
नई दिल्ली, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहा में हुए हमलों पर अपनी चिंता व्यक्त की है। इस संबंध में उन्होंने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से संवाद किया। इस महत्वपूर्ण बातचीत की जानकारी स्वयं पीएम नरेंद्र मोदी ने दी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि उन्होंने कतर के अमीर से चर्चा की और दोहा में हुए हमलों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। भारत कतर के भाईचारे वाले राज्य की संप्रभुता का उल्लंघन करने की कड़ी निंदा करता है।
उन्होंने आगे कहा कि हम बातचीत और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं के समाधान तथा तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए तथा सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़ा है।
इससे पहले, इजरायली सेना ने दावा किया कि उसने दोहा में हमास के नेताओं को निशाना बनाकर एयर स्ट्राइक की। आईडीएफ और शिन बेट ने घोषणा की कि इजरायली वायु सेना द्वारा किए गए हमले में हमास के नेतृत्व को लक्ष्य बनाया गया। वहीं, कतर ने इस हमले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है।
द टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, इस बयान में कतर का स्पष्ट उल्लेख नहीं है, लेकिन यह दोहा में बड़े विस्फोटों की खबरों के बाद आया है, जहां हमास का शीर्ष नेतृत्व निवास करता है।
बयान में कहा गया है, "हमले में मारे गए नेतृत्व के सदस्य 7 अक्टूबर के नरसंहार को अंजाम देने और इजरायल के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।"
सेना ने दावा किया कि उसने हमले में नागरिकों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कदम उठाए, जिसमें सटीक हथियारों और अन्य खुफिया जानकारी का इस्तेमाल भी शामिल है। इजरायली मीडिया हाउस चैनल 12 के अनुसार, कतर में हमास नेतृत्व पर हमले का आधिकारिक नाम 'अत्जेरेट हादिनट' है, जिसका अर्थ है 'कयामत का दिन।'