क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'इंस्पायर मानक योजना' का जिक्र किया?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने 'इंस्पायर मानक योजना' का जिक्र किया।
- शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से सुरक्षित वापसी पर गर्व।
- बच्चों में विज्ञान और अंतरिक्ष के प्रति नया उत्साह।
- भारत में बढ़ते अंतरिक्ष स्टार्टअप्स की संख्या।
- राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23 अगस्त को मनाया जाएगा।
नई दिल्ली, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के 124वें एपिसोड के दौरान अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला की वापसी को गर्व का क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों में विज्ञान और अंतरिक्ष के प्रति एक नई जिज्ञासा का संचार हुआ है।
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में, चाहे वह खेल हो, विज्ञान हो या संस्कृति, ऐसे कई क्षण हुए हैं जिन पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए। हाल ही में शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष से सुरक्षित वापसी पर देश में चर्चा हो रही है। जैसे ही शुभांशु ने धरती पर कदम रखा, हर दिल में खुशी की लहर दौड़ गई। मुझे याद है, जब अगस्त 2023 में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई थी, तो पूरे देश में नई ऊर्जा का संचार हुआ था। बच्चे अब यह कहते हुए दिख रहे हैं कि हम भी अंतरिक्ष में जाएंगे, चांद पर उतरेंगे, और अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनेंगे।
उन्होंने 'इंस्पायर मानक योजना' का उल्लेख करते हुए कहा कि यह बच्चों में नवाचार को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसमें हर स्कूल से पांच बच्चे चुने जाते हैं, और हर बच्चा एक नया विचार प्रस्तुत करता है। अब तक लाखों बच्चे इससे जुड़े हैं, और चंद्रयान-3 के बाद इनकी संख्या दोगुनी हो गई है। भारत में अंतरिक्ष स्टार्टअप तेजी से बढ़ रहे हैं। पांच साल पहले, 50 से भी कम स्टार्टअप थे, जबकि आज सिर्फ अंतरिक्ष क्षेत्र में 200 से ज्यादा स्टार्टअप सक्रिय हैं।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि अगले महीने, 23 अगस्त को नेशनल स्पेस डे है। उन्होंने पूछा, "आप इसे कैसे मनाएंगे? क्या आपके पास कोई नया आइडिया है?" यदि हाँ, तो नमो ऐप पर संदेश भेजने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 21वीं सदी के भारत में विज्ञान नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है। हाल ही में, हमारे छात्रों ने इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड में पदक जीते। देवेश पंकज, संदीप कुची, देबदत्त प्रियदर्शी और उज्ज्वल केसरी ने देश का नाम रोशन किया है। गणित की दुनिया में भी भारत ने अपनी पहचान मजबूत की है। ऑस्ट्रेलिया में हुए अंतर्राष्ट्रीय गणित ओलंपियाड में हमारे छात्रों ने 3 स्वर्ण, 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते।
उन्होंने आगे कहा कि अगले महीने मुंबई में खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी ओलंपियाड होने जा रहा है, जिसमें 60 से ज़्यादा देशों के छात्र भाग लेंगे। यह अब तक का सबसे बड़ा ओलंपियाड होगा। इस प्रकार, भारत अब ओलंपिक और ओलंपियाड, दोनों के लिए आगे बढ़ रहा है।