क्या प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म के लिए उल्लेखनीय काम किए हैं? : जगतगुरु बालक देवाचार्य महाराज

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया।
- काशी विश्वनाथ में कमल के 1,108 फूलों से अभिषेक किया गया।
- सनातन धर्म के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की गई।
- भारत की वैश्विक पहचान में सुधार हुआ है।
- राजनीतिक पूर्वाग्रहों के बावजूद कार्य जारी हैं।
वाराणसी, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। जगतगुरु बालक देवाचार्य महाराज ने गुरुवार को बताया कि किस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन बेहद धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने कहा कि इस खास मौके पर काशी विश्वनाथ में कमल के 1,108 फूलों से अभिषेक किया गया। हम सभी ने प्रधानमंत्री मोदी की दीर्घायु की कामना की।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह निसंदेह सच है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनके कार्यकाल में सनातन की गरिमा को बढ़ाने का कार्य किया गया है, जिसे आज देश की हर वर्ग की जनता स्वीकार कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल सनातन बल्कि अन्य धर्मों के प्रति भी कई सकारात्मक कदम उठाए हैं। आज उनकी अगुवाई में देश की संस्कृति को एक अलग पहचान मिली है। उनकी विशेषता यह है कि उन्होंने 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत को जमीनी स्तर पर कार्यान्वित किया है, जिसे आज की तारीख में आम जनता सराह रही है।
जगतगुरु बालक देवाचार्य ने कहा कि पहले जब किसी प्रधानमंत्री का जन्मदिन मनाया जाता था, तो सिनेमा जगत की हस्तियों को बुलाया जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होता। हम सभी ने देखा कि जब प्रधानमंत्री मोदी का जन्मदिन आया, तो देशभर के धार्मिक स्थलों को सजाया गया। इस अवसर को विशेष बनाने की कोशिश की गई। यह इस बात का संकेत है कि आज देश में बदलाव आ रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रमाण यह है कि अमेरिका जैसे देश ने भी अपने फायदे के लिए झुकना मुनासिब समझा है, क्योंकि वे भी वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती शक्ति से अवगत हो चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि अमेरिका भारत के सामने पानी मांगने पर मजबूर हो गया है, और यह तभी संभव है जब किसी नेता में सनातन की ऊर्जा होती है। निश्चित रूप से प्रधानमंत्री मोदी में यह ऊर्जा है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि सनातन धर्म को सशक्त करने में जितना काम प्रधानमंत्री मोदी ने किया है, उतना शायद ही किसी अन्य प्रधानमंत्री ने किया होगा। उन्होंने सनातन धर्म की विशेषताओं को विश्व स्तर पर प्रसारित किया है।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक मंच पर सनातन धर्म की कृति को प्रस्तुत करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसकी चौतरफा प्रशंसा हो रही है। लोग मानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक मंच पर सनातन धर्म को अद्वितीय पहचान दिलाई है। आज हर कोई उनकी कार्यशैली से संतुष्ट है।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि हिंदू समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन किया होता, तो वे और भी बेहतर कार्य कर पाते। लेकिन, दुर्भाग्य से हमने उनका अपेक्षित समर्थन नहीं किया। इसके बावजूद भी उन्होंने सनातन धर्म को सशक्त बनाने की दिशा में जो प्रयास किए, उनकी सराहना की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि हमने भाजपा को 400 से अधिक सीटें जिताने में मदद की होती, तो आज उनकी सरकार मजबूती से केंद्र में होती। लेकिन, शायद हमलोगों ने उनके साथ धोखा किया। फिर भी प्रधानमंत्री मोदी सनातन धर्म को सशक्त बनाने की दिशा में प्रशंसनीय कार्य करते आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल में समाज के हर वर्ग के लोगों के हित में काम किया है। चाहे वह किसी भी धर्म, समुदाय या संप्रदाय का हो। उन्होंने हर किसी को आगे बढ़ाने के लिए अपना सब कुछ समर्पित कर दिया है। लेकिन, इंडिया गठबंधन के लोग राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर यह कहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुसलमानों के हितों पर कुठाराघात किया है, जो कि बिल्कुल भी सत्य नहीं है। अगर आप आज किसी भी मुस्लिम समुदाय के लोगों से प्रधानमंत्री मोदी की कार्यशैली के बारे में पूछेंगे, तो वे आपको बताएंगे कि किस तरह से प्रधानमंत्री मोदी ने समाज के हर वर्ग के लोगों के हित में काम किया। यदि आप किसी भी मुस्लिम समुदाय के लोगों से पूछेंगे, तो वे आपको बताएंगे कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के लिए ही काम किया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों को केंद्र सरकार की हर प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है। उन्होंने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है। लेकिन, इंडिया गठबंधन के लोग उन्हें लगातार बदनाम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले सरकार कहा करती थी कि हमारे पास सेना को फंड देने के लिए पैसे नहीं हैं। लेकिन, आज हम इस स्तर तक पहुंच चुके हैं कि हम अंतरिक्ष में जा रहे हैं। आज की तारीख में इंडिया गठबंधन के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे इधर-उधर की बातें कर रहे हैं, जिसमें कोई सच्चाई नहीं है।