क्या प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी ली?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
- बाढ़ राहत कार्यों के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए।
- गंगा और वरुणा नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु से ऊपर है।
- 16 राहत शिविर बाढ़ पीड़ितों के लिए स्थापित किए गए हैं।
- प्रधानमंत्री ने 2,200 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
वाराणसी, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने शहर में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने वाराणसी के मंडलायुक्त और जिलाधिकारी से बाढ़ से संबंधित जानकारी प्राप्त की और राहत व बचाव कार्यों की तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी प्रशासन को सतर्क रहने और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर के साथ जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमों ने मोटरबोट से तटवर्ती रिहायशी क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
गंगा नदी चेतावनी बिंदु से लगभग एक मीटर ऊपर बह रही है, जबकि इसकी सहायक नदी वरुणा भी उफान पर है। वरुणा नदी से जुड़े 12 वार्ड बाढ़ से प्रभावित हैं। शहर में अब तक 16 राहत शिविर स्थापित किए जा चुके हैं, जहां बाढ़ पीड़ितों ने शरण ली है। प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे के दौरान लगभग 2,200 करोड़ रुपए की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
ये परियोजनाएं बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, शहरी विकास और सांस्कृतिक विरासत से संबंधित हैं। प्रधानमंत्री ने देशभर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के लिए 'किसान सम्मान निधि' योजना के तहत 20वीं किस्त जारी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नए भारत को आगे बढ़ाने का विजन दिया है। यह सौभाग्य की बात है कि देश की संसद में वह वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह पहली बार है, जब कोई प्रधानमंत्री अपने क्षेत्र में 51वीं बार उपस्थित हुआ है। वाराणसी में 11 वर्षों में 51 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाएं स्वीकृत हुईं, जिनमें से 34 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण हो चुका है।