क्या प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना छोटे व्यापारियों की मदद कर रही है?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने छोटे व्यापारियों को आर्थिक सहायता प्रदान की।
- इस योजना के तहत ब्याजमुक्त लोन मिलता है।
- लाभार्थियों ने अपनी आत्मनिर्भरता का अनुभव साझा किया।
- यह योजना कोविड-19 के प्रभाव को कम करने के लिए शुरू की गई थी।
- छोटे व्यापारी अब सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं।
बैतूल, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन किया है। जिले में लगभग सौ से अधिक लोग इस योजना के तहत लोन लेकर अपने व्यवसाय को सफलतापूर्वक चला रहे हैं और आत्मनिर्भर बन चुके हैं।
लाभार्थियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई यह योजना फुटकर व्यवसायियों के लिए नई राह खोलती है। पहले जहां रोजगार को लेकर संदेह था, वहीं अब वे न केवल अपना कारोबार चला रहे हैं, बल्कि अपने परिवार का भरण-पोषण भी सम्मानपूर्वक कर रहे हैं।
लाभार्थियों ने राष्ट्र प्रेस से अपनी अनुभवों को साझा किया। लाभार्थी भवखुश दास ने कहा कि इस योजना के माध्यम से उनके कारोबार में निरंतर वृद्धि हो रही है। अब वे बड़ी राशि में लोन लेकर अपने काम का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी सभी वर्गों का ध्यान रखते हैं।
वहीं, समीर खान ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत 10 हजार रुपए का लोन लिया था। सभी किस्तें चुका दी हैं और अब व्यवसाय को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इस योजना ने हमें आत्मनिर्भर बनने का अवसर दिया है।
शेख अफजल ने कहा कि उन्होंने इस योजना से लोन लिया और समय पर चुका दिया। अब वे फिर से लोन लेने की तैयारी कर रहे हैं ताकि अपने व्यापार को और बढ़ा सकें। पहले आर्थिक तंगी थी, लेकिन अब वे अपने पैरों पर खड़े हैं और अपने परिवार का खर्च खुद उठा रहे हैं।
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का उद्देश्य छोटे दुकानदारों और रेहड़ी-पटरी वालों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित हुए इन व्यवसायों को फिर से सहारा देने के लिए सरकार ने यह योजना शुरू की थी। योजना के तहत बिना किसी गारंटी के पहले वर्ष 10,000 रुपए का ब्याजमुक्त लोन दिया जाता है। इसे चुकाने पर अगले वर्ष 20,000 रुपए और उसके बाद 50,000 रुपए तक का लोन मिलता है।
इस योजना से न केवल छोटे व्यापारी आर्थिक रूप से सशक्त हुए हैं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भी यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।