क्या पीएम मोदी पर टिप्पणी को लेकर पुडुचेरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव किया?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा कार्यकर्ताओं का आक्रोश स्पष्ट है।
- कांग्रेस कार्यालय का घेराव एक राजनीतिक विरोध है।
- राजनीतिक बयानबाजी का महत्व बढ़ा है।
- पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित किया।
- यह घटना पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पुडुचेरी, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के दरभंगा में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अभद्र टिप्पणी का मामला तेजी से बढ़ रहा है। देश के कई राज्यों में भाजपा कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। पुडुचेरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक रैली निकाली और कांग्रेस कार्यालय का घेराव करने का प्रयास किया।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करने के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की निंदा करते हुए पुडुचेरी में हड़कंप मच गया। प्रदेश अध्यक्ष रामलिंगम के नेतृत्व में एक हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और कांग्रेस कार्यालय के घेराव की कोशिश की।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में बिहार में वोटर अधिकार यात्रा आयोजित की गई। भाजपा ने इस मार्च के दौरान प्रधानमंत्री मोदी पर नकारात्मक टिप्पणियों का आरोप लगाया है, जिससे विवाद बढ़ गया है।
पुडुचेरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव करने के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रामलिंगम के नेतृत्व में मंत्री जनकुमार, विधायक कल्याण सुंदरम, साईं सरवनकुमार, सेल्वम, दीपयंतन और अन्य सहित एक हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वदेशी पांचाली से मराईमलाई आदिगल सलाई और अन्ना सलाई होते हुए वैचियाल रोड स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय का घेराव किया।
इस घटना के दौरान, पुलिस ने उन्हें अन्ना सलाई-अंबालाथदैयार मठम रोड जंक्शन पर रोक दिया और वहां विरोध प्रदर्शन जारी रखा। इस दौरान राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की गई और राहुल गांधी की तस्वीर पर चप्पलें फेंकी गईं। इस विरोध प्रदर्शन के कारण क्षेत्र में कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई।