क्या ऑपरेशन शिवशक्ति में पुंछ में सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया?

सारांश
Key Takeaways
- ऑपरेशन शिवशक्ति में दो आतंकियों का खात्मा हुआ।
- तीन हथियार बरामद किए गए।
- यह कार्रवाई खुफिया जानकारी पर आधारित थी।
- ऑपरेशन का संचालन व्हाइट नाइट कोर द्वारा किया गया।
- यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी प्रगति है।
पुंछ, 30 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक सफल आतंकवाद-रोधी अभियान चलाया है। इस अभियान का नाम 'ऑपरेशन शिवशक्ति' रखा गया है। इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया है, जो सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।
इस ऑपरेशन में तीन हथियार भी बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की सटीक और समन्वित खुफिया जानकारी पर आधारित थी।
व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी साझा की। एक्स पोस्ट में कहा गया, "हमारी सतर्क सेना ने सटीक लक्ष्य के साथ त्वरित कार्रवाई कर आतंकियों की नापाक योजनाओं को नाकाम कर दिया।"
यह अभियान बुधवार सुबह शुरू हुआ और अभी भी जारी है। सेना ने बताया कि यह ऑपरेशन उनकी अपनी खुफिया इकाइयों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के समन्वय से संचालित किया गया, जिसके कारण यह सफल रहा।
इससे पहले, सोमवार को जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक बड़े ऑपरेशन में 3 आतंकवादियों को मार गिराया था। इन आतंकियों में एक लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर सुलेमान भी शामिल था। इसके अलावा, अन्य दो आतंकवादी, अफगान और जिब्रान, लश्कर के 'ए' ग्रेड के आतंकवादी थे। आतंकवादी सुलेमान पहलगाम और गगनगीर आतंकवादी हमले में लिप्त था। भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन महादेव' के तहत इन तीन आतंकियों को समाप्त किया। लोकसभा में मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि इन तीनों आतंकवादियों ने ही पहलगाम की घटना को अंजाम दिया था।
अमित शाह ने सदन में आतंकियों की पहचान से जुड़े तथ्य प्रस्तुत किए। इसके अलावा, पहलगाम हमले में इन आतंकियों के शामिल होने की पुष्टि एफएसएल चंडीगढ़ में घटनास्थल से बरामद हुए कारतूसों के मिलान से हुई।