क्या पुणे में कट्टरता फैलाने की सूचना पर एटीएस ने 18 ठिकानों पर छापे मारे?

सारांश
Key Takeaways
- 18 ठिकानों पर छापेमारी की गई।
- कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
- यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
- स्थानीय निवासियों से सहयोग की अपील की गई है।
- सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता का परिचायक है।
पुणे, 9 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) और पुणे पुलिस ने कट्टरता फैलाने की सूचना मिलने के बाद बुधवार रात से गुरुवार सुबह तक कोंढवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन किया। गुप्त सूचना के आधार पर हुई इस छापेमारी में 18 स्थानों पर दबिश दी गई, जिसमें कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।
यह छापेमारी चार पुलिस थाना क्षेत्रों में की गई, जहाँ भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
एटीएस को क्षेत्र में कुछ व्यक्तियों द्वारा कट्टर विचारों के प्रसार और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। इस पर तत्काल एक संयुक्त टीम बनाई गई, जिसमें पुणे पुलिस के स्थानीय थानों की फोर्स भी शामिल थी।
बुधवार रात लगभग 11 बजे शुरू हुई कार्रवाई गुरुवार सुबह तक जारी रही। छापेमारी के दौरान संदिग्धों के घरों, दफ्तरों और अन्य ठिकानों की जांच की गई।
अधिकारियों ने कहा कि जांच में व्यक्तियों की पहचान, पृष्ठभूमि और मोबाइल-डिजिटल गतिविधियों पर ध्यान दिया जा रहा है। हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ में कट्टरता से जुड़े नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
आतंकी गतिविधियों के केंद्र रहे कोंढवा में हुई यह कार्रवाई सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को दर्शाती है। क्षेत्र में भारी पुलिस उपस्थिति देखी गई और कुछ स्थानों पर स्थानीय निवासियों को भी सत्यापन के लिए बुलाया गया।
एटीएस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से है और कोई भी संदिग्ध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अभी तक कोई गिरफ्तारी दर्ज नहीं हुई है, लेकिन पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
पुणे पुलिस के अनुसार, शहर में शांति बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाइयां नियमित रूप से की जाएंगी। स्थानीय लोगों से अनुरोध किया गया है कि संदिग्ध जानकारी तुरंत साझा करें। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस संदिग्ध गतिविधि में और किसका हाथ है।