क्या पंजाब के बठिंडा में एजीटीएफ ने रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- रंजीत सिंह उर्फ सप्प की गिरफ्तारी संगठित अपराध के खिलाफ महत्वपूर्ण कदम है।
- पंजाब पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने में मदद मिलेगी।
- पुलिस ने अभियुक्त से कई अवैध हथियार बरामद किए हैं।
- संगठित अपराध को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।
- अमृतसर में भी हथियार तस्करी के मामले में कार्रवाई की गई है।
बठिंडा, 31 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में संगठित अपराध के खिलाफ चल रहे अभियान के अंतर्गत एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने बठिंडा पुलिस के सहयोग से बंगी निहाल सिंह गांव के निवासी रंजीत सिंह उर्फ सप्प को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से एक पिस्तौल और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
डीजीपी पंजाब पुलिस ने आधिकारिक 'एक्स' पोस्ट में जानकारी साझा की और बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि रंजीत सिंह कुख्यात गैंगस्टर रम्मी मचाना का निकटतम सहयोगी है और वह दो आपराधिक मामलों में वांछित था। पहले पुलिस ने उसके घर से 130 ग्राम हेरोइन, एक 9 मिमी देसी पिस्तौल, छह कारतूस और एक 12 बोर की देसी बंदूक भी बरामद की थी।
जांच में पता चला है कि आरोपी का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और उसके खिलाफ हत्या, गंभीर चोट पहुंचाने, घर में जबरन घुसने, आर्म्स एक्ट, जेल एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत कई मामले दर्ज हैं।
पंजाब पुलिस ने कहा है कि संगठित अपराध नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने और राज्य में शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने का अभियान पूरी ताकत से जारी रहेगा।
डीजीपी पंजाब पुलिस ने कहा कि यह ऑपरेशन हमारी सुरक्षा प्रणाली की सतर्कता और दक्षता का प्रमाण है। हमारी टीमें सीमा पार से हो रही हर अवैध गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही हैं। पंजाब पुलिस किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगी।
इसी क्रम में, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक खुफिया सूचना के आधार पर एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से जुड़े हथियार तस्करी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। इस अभियान में पुलिस ने एक नाबालिग समेत सात आरोपियों पर कार्रवाई की थी, जिनमें शमशेर सिंह उर्फ सीमा, अमनदीप सिंह उर्फ बॉबी, बलविंदर सिंह उर्फ काका, गुरदेव सिंह, करणप्रीत सिंह, हरमन सिंह और एक नाबालिग शामिल हैं। सभी अमृतसर के निवासी हैं।
पुलिस ने इनसे 15 अत्याधुनिक पिस्तौलें बरामद की थीं, जिनमें 9 ग्लॉक 9 एमएम पिस्तौल और 6 .30 बोर पिस्तौल शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से सीमा पार से अवैध हथियारों की तस्करी कर पंजाब के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई कर रहा था।