क्या पंजाब में आशीष चोपड़ा गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- फिरोजपुर में दो गैंगस्टर गिरफ्तार हुए।
- 205 ग्राम हेरोइन बरामद की गई।
- आरोपी युवी के संपर्क में थे।
- पुलिस जांच कर रही है।
- गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करने की कोशिश जारी है।
फिरोजपुर, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने फिरोजपुर पुलिस के साथ मिलकर आशीष चोपड़ा गिरोह के दो सदस्यों- रशपाल उर्फ सेवक और राजीव उर्फ जस्सा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 205 ग्राम हेरोइन बरामद की है।
पंजाब पुलिस के डीजीपी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी गिरोह के शूटर युवी के संपर्क में थे, जो मई 2025 में हुए आशु मोंगा हत्या कांड में वांछित है।
सूत्रों के अनुसार, आरोपी युवी के लिए नशे की आपूर्ति और अन्य आपराधिक गतिविधियों में मदद कर रहे थे। इस मामले में थाना सदर, फिरोजपुर में प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है। एजीटीएफ और पंजाब पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापे मार रही है।
पंजाब पुलिस ने दोहराया है कि राज्य में ड्रग और गैंगस्टर नेटवर्क को समाप्त करने के लिए उनकी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि प्रदेश को अपराधमुक्त बनाया जा सके।
फिलहाल पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह नेटवर्क राज्य में कितने लोगों तक फैला हुआ है। पुलिस उनके 'फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक', यानी आदेश देने वालों से लेकर स्थानीय सहायता तक की सभी कड़ियों की जांच कर रही है।
इसी क्रम में रविवार को पंजाब के गुरदासपुर पुलिस ने विदेश में बैठे गैंगस्टरों और खालिस्तानी संगठन से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान लोवदीप सिंह उर्फ लव और टेक चंद उर्फ टिंकू के रूप में हुई थी।
दोनों आरोपियों को विदेश में बैठे कट्टरपंथी गैंगस्टर गुरदेव जस्सल और गुरलाल उर्फ गुल्लू द्वारा नियंत्रित किया जा रहा था। ये दोनों बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) नाम के आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए थे।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया था कि गिरफ्तार दोनों युवक पंजाब में अपने प्रतिद्वंद्वी गैंग के सदस्यों की टारगेट किलिंग की योजना पर काम कर रहे थे। यह साजिश राज्य में अस्थिरता फैलाने और लोगों में डर का माहौल बनाने के उद्देश्य से रची गई थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों को उनके विदेशी संचालकों से लगातार निर्देश मिल रहे थे और वे आगामी हमलों के लिए सक्रिय तैयारी कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार किया और उनके पास से तीन .32 बोर की पिस्तौल और कई कारतूस बरामद किए।