क्या पंजाब में थाईलैंड से तस्करी किए गए 601 ग्राम विदेशी सोने के साथ एक गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- डीआरआई ने 601 ग्राम सोना जब्त किया।
- संबंधित तस्करी नेटवर्क की जांच चल रही है।
- आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
- सोने की कीमत लगभग 80 लाख है।
लुधियाना, 13 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विदेशी सोने की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की लुधियाना जोनल यूनिट ने शुक्रवार को एक महत्वपूर्ण ऑपरेशन किया। डीआरआई ने एक खुफिया सूचना के आधार पर सुनियोजित तरीके से 24 कैरेट विदेशी सोना जब्त किया है।
यह कार्यवाही थाईलैंड से हवाई मार्ग के जरिए भारत में लाए गए सोने की पंजाब में आपूर्ति से जुड़े एक संगठित तस्करी नेटवर्क के खिलाफ की गई है।
डीआईआई को मिली खुफिया जानकारी के अनुसार, यह स्पष्ट हुआ कि कोलकाता से एक कैरियर विदेशी सोने के साथ पंजाब की ओर जा रहा है। सूचना मिलने पर डीआरआई की चंडीगढ़ रीजनल यूनिट की टीम को सतर्क किया गया और अधिकारियों ने अंबाला जंक्शन पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना शुरू किया। जैसे ही पहचाना गया कैरियर ट्रेन से अंबाला जंक्शन पर उतरा, वह लुधियाना जाने वाली एक बस में सवार हो गया। तत्परता दिखाते हुए डीआईआई अधिकारियों ने बस को बीच रास्ते में रोका और संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया।
जांच में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह थाईलैंड से हवाई मार्ग के जरिए लाए गए विदेशी सोने को पंजाब में डिलीवरी देने जा रहा था।
प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी कोलकाता से दिल्ली और फिर अंबाला होते हुए लुधियाना पहुंचा था। यह खेप एक संगठित तस्करी सिंडिकेट के निर्देश पर लाई जा रही थी, जिसमें कई लोग शामिल हैं। पूछताछ के बाद गवाहों की मौजूदगी में पंचनामा तैयार किया गया, जिसमें आरोपी के कब्जे से 601 ग्राम विदेशी मूल का 24 कैरेट सोना बरामद किया गया। जब्त किए गए सोने की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 80 लाख 1 हजार रुपए है।
डीआरआई के अधिकारियों ने कस्टम्स एक्ट, 1962 के तहत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जब्त किए गए सोने को अपने कब्जे में ले लिया है। अधिकारियों के अनुसार, यह मामला केवल एक कैरियर तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार एक बड़े अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क से जुड़े हुए हैं।
फिलहाल डीआरआई इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है। जांच में सोने की खरीद के स्रोत, वित्तीय लेन-देन, हवाला चैनलों, पूर्व की खेपों और सिंडिकेट के अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है। साथ ही, इस तस्करी नेटवर्क के बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंक की भी पड़ताल की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।