क्या मोगा मेयर बलजीत सिंह चानी 'आप' से निष्कासित हुए हैं?
सारांश
Key Takeaways
- बलजीत सिंह चानी का निलंबन राजनीतिक भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम है।
- पार्टी ने स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- चानी की विदाई ने मोगा की राजनीति में हलचल मचा दी है।
चंडीगढ़, 27 नवंबर (आईएएनएस)। आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को मोगा के मेयर बलजीत सिंह चानी को पार्टी-विरोधी और गलत गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में तुरंत प्रभाव से पार्टी से निलंबित कर दिया। यह निर्णय पार्टी ने आधिकारिक आदेश में लिया। साथ ही, चानी को मेयर पद से भी हटा दिया गया है।
पार्टी ने इस मामले की जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पुख्ता सबूत मिलने के बाद पार्टी के हाईकमान ने कड़ा कदम उठाया। इससे पहले चानी ने नगर निगम कमिश्नर को अपना इस्तीफा भेजा था, लेकिन उस समय इस्तीफे का कारण स्पष्ट नहीं था।
'आप' ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार और अपराधियों के साथ किसी भी प्रकार की सांठगांठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बलजीत सिंह चानी को 21 अगस्त 2023 को मोगा नगर निगम का निर्विरोध मेयर चुना गया था। वे पंजाब में 'आप' के पहले मेयर बने थे। इससे पहले, 5 जुलाई 2023 को कांग्रेस की मेयर नितिका भल्ला के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हुआ था, जिसके बाद नगर निगम में सत्ता का समीकरण पूरी तरह बदल गया।
चानी के मेयर पद पर चुने जाने के समय नगर निगम हाउस की बैठक में कुल 50 में से 42 काउंसलर मौजूद थे। इनमें 'आप' के 32 और अन्य दलों के 10 काउंसलर्स ने उनका समर्थन किया था। उनके चयन को उस समय 'आप' की पंजाब में बढ़ती पकड़ का प्रतीक माना गया था।
हालांकि, अब, पार्टी से निष्कासन और गंभीर आरोपों के चलते चानी का राजनीतिक भविष्य खतरे में पड़ गया है।
पार्टी के नेताओं का कहना है कि 'आप' भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो-टॉलरेंस की नीति पर काम करती है और किसी भी पद पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ आरोप साबित होने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
मोगा में मेयर पद से चानी की विदाई और पार्टी से निष्कासन ने स्थानीय राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का मोगा की नगर राजनीति और 'आप' की स्थानीय इकाई पर क्या प्रभाव पड़ता है।