क्या गुजरात का 12वां चिंतन शिविर वलसाड के धरमपुर में शुरू हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- गुजरात का 12वां चिंतन शिविर 27 से 29 नवंबर तक चल रहा है।
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शिविर का उद्घाटन किया।
- चिंतन शिविर का उद्देश्य सामूहिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना है।
- कर्मयोगी पुरस्कार उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्य के लिए दिया जाएगा।
वलसाड, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात का 12वां चिंतन शिविर वलसाड के धरमपुर में स्थित श्रीमद राजचंद्र आश्रम में 27 से 29 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस शिविर का उद्घाटन किया।
इस शिविर में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, वित्त मंत्री कनुभाई देसाई और राज्य सरकार के सभी मंत्री तथा 242 सीनियर सिविल अधिकारी भाग ले रहे हैं।
चिंतन शिविर की थीम है “सामूहिक चिंतन से सामूहिक विकास”, जिसमें अधिकारी अपने अनुभव, समस्याओं और समाधान पर विचार-विमर्श करेंगे। राज्य के मुख्य सचिव, सभी जिलों के कलेक्टर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी इस शिविर में शामिल हैं।
इस शिविर का मुख्य उद्देश्य राज्य प्रशासन को और प्रभावी बनाना, अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना और सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं के कार्यान्वयन पर चर्चा करना है। शिविर के दौरान राज्य के विकास के कई पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।
चिंतन शिविर के अंतिम दिन वर्ष 2024-25 के कलेक्टर और जिला विकास अधिकारियों को ‘कर्मयोगी पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार उत्कृष्ट प्रशासनिक कार्य और नवाचारों के लिए प्रदान किया जाता है।
इस तीन दिवसीय शिविर को राज्य के भविष्य के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंथन माना जा रहा है। इससे पहले, कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल वंदे भारत से अहमदाबाद से वलसाड के लिए रवाना हुए थे।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अहमदाबाद से वलसाड जाने की तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा, “गुरुवार से गुजरात सरकार का तीन दिन का चिंतन शिविर धरमपुर के श्रीमद् राजचंद्र आश्रम में शुरू हो रहा है। इस कैंप में काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स के सभी सदस्य और सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि ‘सामूहिक चिंतन से सामूहिक विकास तक’ थीम के साथ हम ‘विकसित भारत-विकसित गुजरात’ बनाने के लिए विचार साझा करेंगे। यह विचार-विमर्श आने वाले समय में गुजरात के विकास और जनता की भलाई की दिशा में बहुत सहायक होगा।