क्या पंजाब में कुख्यात नशा तस्कर सतप्रीत सत्ता के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- पंजाब सरकार ने कुख्यात नशा तस्कर के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया।
- सतप्रीत सिंह वर्ष 2007 से 2013 के बीच भारत आता-जाता रहा।
- यह कार्रवाई नशा तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।
- पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) मामले की जांच कर रही है।
- राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए सतत प्रयास जारी हैं।
चंडीगढ़, 18 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब सरकार ने नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कनाडा में निवास कर रहे कुख्यात ड्रग तस्कर सतप्रीत सिंह थियाड़ा उर्फ सत्ता के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है। सूचना एवं लोक संपर्क विभाग, पंजाब द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सतप्रीत सिंह, जो कि जिला नवांशहर के गांव बंगा से हैं, नशा तस्करी के कई मामलों में शामिल पाए गए हैं।
वर्ष 2021 में उन्हें एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज एक मामले में पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ सह-आरोपी के तौर पर नामित किया गया था। यह मामला एफआईआर नंबर 02 के तहत 20 दिसंबर 2021 को एसएएस नगर (मोहाली) में दर्ज किया गया था।
एफआईआर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 25, 27-ए और 29 लगाई गई थीं।
जांच में यह सामने आया है कि जब अंतरराष्ट्रीय भोला ड्रग रैकेट पंजाब में सक्रिय था, तब सतप्रीत वर्ष 2007 से 2013 के बीच नियमित रूप से भारत आता-जाता रहा। वह लगभग 6,000 करोड़ रुपए के ड्रग रैकेट से जुड़ा हुआ था और उसके कई राजनीतिक नेताओं से भी संबंध थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) की सिफारिश पर संबंधित प्राधिकरण द्वारा सतप्रीत सिंह उर्फ सत्ता के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
यह नोटिस इंटरपोल द्वारा जारी किया जाता है और इसका उद्देश्य किसी वांछित व्यक्ति की पहचान, स्थान और गतिविधियों की जानकारी जुटाना होता है। यह नोटिस तब जारी किया जाता है जब कोई आरोपी विदेश में छिपा हो और उसकी लोकेशन की पुष्टि आवश्यक हो।
अधिकारियों ने कहा कि यह कार्रवाई नशा तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने और मुख्य आरोपियों को पकड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया है कि राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए कड़ी और निर्णायक कार्रवाई जारी रहेगी।
--आईएएनेस
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