क्या पहली बार पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र परिसर से बाहर होगा?

सारांश
Key Takeaways
- विशेष सत्र पहली बार विधानसभा परिसर से बाहर होगा।
- श्री गुरु तेग बहादुर जी का 350वाँ शहीदी दिवस मनाया जाएगा।
- बड़े स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
- ब्लड डोनेशन कैंप और पौधारोपण का आयोजन भी होगा।
- युवाओं को प्रेरित करने का उद्देश्य है।
चंडीगढ़, 3 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में यह पहली बार है जब विशेष सत्र विधानसभा परिसर से बाहर आयोजित किया जा रहा है। यह विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब में होगा। यह अवसर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस का है, जिसके तहत पंजाब सरकार कई बड़े कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है।
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि 24 अक्टूबर को श्री आनंदपुर साहिब में पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन आयोजित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह पहली बार होगा जब विधानसभा सत्र विधानसभा भवन से बाहर होगा।
कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर 23 अक्टूबर से 25 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 23 से 25 अक्टूबर तक श्री आनंदपुर साहिब में एक बड़ा समागम होगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, कीर्तन, विचार गोष्ठियां और ऐतिहासिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी। 25 अक्टूबर को दिल्ली के गुरुद्वारा शीशगंज साहिब में अरदास की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि 1 नवंबर से 18 नवंबर तक पंजाब के सभी जिलों में लाइट एंड साउंड शो आयोजित किए जाएंगे, जिसमें श्री गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान की झलक दिखाई जाएगी। इसके अलावा 18 नवंबर को श्रीनगर में गुरुद्वारा छठी पातशाही में एक विशेष समागम होगा और 19 नवंबर को श्रीनगर और पंजाब से एक धार्मिक यात्रा की शुरुआत होगी।
मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि इस दौरान पूरे पंजाब में ब्लड डोनेशन कैंप लगाए जाएंगे। साथ ही लगभग 3.5 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त, कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार तैयारी की जा रही है।
हरजोत बैंस ने कहा कि इस पूरे आयोजन का उद्देश्य युवाओं और आम जनता को श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान, साहस और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए उनके योगदान से अवगत कराना है।