क्या पंजाबी फिल्म जगत को बड़ा झटका लगा? मशहूर कॉमेडियन जसविंदर भल्ला का निधन

Click to start listening
क्या पंजाबी फिल्म जगत को बड़ा झटका लगा? मशहूर कॉमेडियन जसविंदर भल्ला का निधन

सारांश

पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री ने अपने महान कॉमेडियन जसविंदर भल्ला को खो दिया है। उनकी बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग और सादगी ने लाखों दिलों में जगह बनाई। जानिए उनके जीवन के बारे में और कैसे उनकी विरासत पंजाबी सिनेमा में अमर रहेगी।

Key Takeaways

  • जसविंदर भल्ला का योगदान पंजाबी सिनेमा में अमूल्य था।
  • उनकी कॉमिक टाइमिंग ने लाखों दर्शकों को हंसाया।
  • वे एक प्रोफेसर से कॉमेडियन बने, जो उनकी प्रतिभा को दर्शाता है।

नई दिल्ली, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पंजाबी सिनेमा के चमकते सितारे और हास्य के बेताज बादशाह जसविंदर भल्ला (65) का शुक्रवार को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को दोपहर 12 बजे मोहाली के नजदीक शमशान घाट पर किया जाएगा।

पंजाबी फिल्मों में उनके अनोखे अंदाज और जीवंत किरदारों ने लाखों दिलों में खास जगह बनाई थी। लंबी बीमारी के बाद उनके निधन की खबर ने पंजाबी मनोरंजन जगत को स्तब्ध कर दिया, और प्रशंसकों में शोक की लहर छा गई है।

वह पंजाबी सिनेमा के एक ऐसे सितारे थे, जिन्होंने पंजाबी कॉमेडी को एक अलग स्तर पर ले गए। उनकी बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग, सादगी, और व्यंग्य से भरे संवाद हर वर्ग के दर्शकों को गुदगुदाते थे।

‘गड्डी चलती है छलांगा मार के,’ 'कैरी ऑन जट्टा', 'जिंद जान', 'नौकर वोहटी दा', और 'बैंड बाजे' जैसी फिल्मों में उनके शानदार अभिनय और जीवंत किरदारों ने दर्शकों के चेहरों पर हमेशा मुस्कान बिखेरी।

पंजाबी सिनेमा के लेजेंडरी अभिनेता और कॉमेडियन जसविंदर भल्ला का जन्म 4 मई 1960 को लुधियाना के दोराहा में हुआ। भल्ला ने प्रोफेसर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन उनकी हास्य प्रतिभा ने उन्हें मनोरंजन जगत का सितारा बना दिया। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह फिल्मों में आएंगे। वह तो प्रोफेसर थे, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। साल 1988 में वह कॉमेडियन के तौर पर फिल्मों में सामने आए तो दर्शकों के दिलों में ऐसे बैठे कि उन्हें दर्शकों से भरपूर प्यार मिला।

उनकी बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग, सादगी और व्यंग्य से भरे संवादों ने दर्शकों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी।

पंजाब के इस मशहूर कॉमेडियन के निधन पर सोशल मीडिया पर भी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। अमित बावा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “दुनियां को हंसाने वाला आज हमें रुला कर चला गया। जसविंदर भल्ला भारत के बेहतरीन कलाकारों में से एक थे। पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री को दुनियां में पहचान दिलाने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही। उनका निधन अपूरणीय क्षति है। वाहे गुरु परिवार को इस दुःख की घड़ी में साहस प्रदान करें।”

Point of View

बल्कि समाज में सकारात्मकता भी फैलाई। उनकी योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। हम सभी को उनके कार्यों को याद रखना चाहिए और उनके द्वारा स्थापित की गई हास्य की परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए।
NationPress
23/08/2025

Frequently Asked Questions

जसविंदर भल्ला का जन्म कब हुआ था?
जसविंदर भल्ला का जन्म 4 मई 1960 को लुधियाना के दोराहा में हुआ था।
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्में कौन-कौन सी हैं?
उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में 'गड्डी चलती है छलांगा मार के', 'कैरी ऑन जट्टा', और 'जिंद जान' शामिल हैं।
जसविंदर भल्ला ने अपने करियर की शुरुआत कैसे की?
उन्होंने प्रोफेसर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की, लेकिन बाद में कॉमेडी में अपनी प्रतिभा दिखाते हुए फिल्मों में आए।