क्या बिहार के पूर्णिया में साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ पुलिस ने किया।
- चोरी के 81 मोबाइल जब्त किए गए।
- सात लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें झारखंड और पश्चिम बंगाल के निवासी शामिल हैं।
- पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।
- सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
पूर्णिया, 17 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के पूर्णिया जिले के सहायक खजांची थाना क्षेत्र में पुलिस ने साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो मोबाइल चोरी कर यूपीआई के जरिए एक फर्जी अकाउंट बनाकर उसमें पैसा ट्रांसफर करते थे और फिर उन मोबाइलों को बेच देते थे। पकड़े गए अभियुक्तों ने हाल ही में पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान 23 लोगों के फोन चुरा लिए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सहायक खजांची थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली कि सात व्यक्ति चोरी के मोबाइल के साथ पश्चिम बंगाल जाने की योजना बना रहे हैं। इस सूचना के सत्यापन के लिए एक गश्ती दल को पूर्णिया बस स्टैंड पर भेजा गया। जैसे ही गश्ती दल वहां पहुंचा, सभी सात व्यक्ति घबरा गए।
पुलिस ने संदिग्धता के आधार पर सभी को हिरासत में लेकर तलाशी ली, जिसमें चोरी के 81 मोबाइल सहित कुल 84 मोबाइल बरामद हुए। पूर्णिया की पुलिस अधीक्षक स्वीटी सहरावत ने बताया कि बरामद सभी मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और पकड़े गए सभी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों के पास से आठ सिम कार्ड और चार आधार कार्ड भी जब्त किए गए हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में छह झारखंड के और एक पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। पिछले कुछ दिनों से ये लोग पूर्णिया को अपना ठिकाना बनाए हुए थे। हाल ही में हुई सभा में इन्होंने 23 मोबाइल चुराए थे और लॉक तोड़कर पैसे का ट्रांसफर किया गया था। इन सभी मोबाइल फोन के मालिकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि ये चोरी के मोबाइल फोन कहां बेचते थे।