क्या पुतिन की भारत यात्रा भाजपा नेताओं के लिए उत्साह का कारण है?
सारांश
Key Takeaways
- पुतिन की यात्रा भारत के लिए महत्वपूर्ण है।
- भाजपा नेता इसे सकारात्मक मानते हैं।
- व्यापार और तकनीकी समझौते संभव हैं।
- भारत और रूस के संबंध मजबूत हैं।
- दौरा दुनिया में शांति का संकेत है।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आ रहे हैं। भाजपा के नेताओं में इस यात्रा को लेकर उत्साह है। उन्होंने इसे भारत के लिए महत्वपूर्ण बताया।
भाजपा सांसद कमलजीत सेहरावत ने कहा, "रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत आना एक सकारात्मक घटना है। भारत और रूस के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं। पुतिन एक बड़े डेलिगेशन के साथ आ रहे हैं, जिसमें एक कैबिनेट मंत्री और लगभग 75 बिजनेसमैन शामिल हैं। यह दर्शाता है कि भारत के साथ व्यापार और प्रौद्योगिकी से जुड़े कई महत्वपूर्ण समझौते होने जा रहे हैं। उनका दौरा भारत के हित में रहेगा। आज के समय में हम विकासशील से विकसित देश की दिशा में बढ़ रहे हैं।"
भाजपा सांसद शशांक मणि ने कहा, "यह एक शुभ अवसर है। भारत का रूस के साथ लंबे समय से संबंध है, और हमने कई प्रकार की दोस्ती साझा की है। जिस तरह हम रक्षा के क्षेत्र में मिलकर काम करते हैं, वैसा ही अन्य क्षेत्रों में भी साथ काम कर सकते हैं। यूक्रेन युद्ध के दौरान, जब कई देशों ने रूस का विरोध किया, तब भारत उनके साथ खड़ा रहा। इसी तरह, रूस भी कई वर्षों से हमारे साथ खड़ा रहा है। हम दोनों मजबूत गणतंत्र हैं, और मिलकर काम करके हम आगे बढ़ सकते हैं और दुनिया में शांति को बढ़ावा दे सकते हैं।"
भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, "मॉस्को से हमारे दोस्त आ रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी के बीच व्यक्तिगत मित्रता है, जिसका लाभ भी होता है। हर मोड़ पर रूस ने हमारा साथ दिया है। उनके लिए पलके बिछाकर हम तैयार हैं। कई महत्वपूर्ण मीटिंग होने वाली हैं। हम सभी को इंतजार है कि सुखद समाचार आए।"
बिहार सरकार के मंत्री दिलीप जायसवाल ने कहा, "भारत और रूस का रिश्ता बहुत पुराना है। रूस ने सदैव भारत का साथ निभाया है। हम उम्मीद करते हैं कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन के भारत आने से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे।"