क्या क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग भारतीय शिक्षा के लिए एक नई उम्मीद है?

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क्या क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग भारतीय शिक्षा के लिए एक नई उम्मीद है?

सारांश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग में भारतीय विश्वविद्यालयों की उपलब्धियों की सराहना की है। क्या ये उपलब्धियाँ भारतीय शिक्षा के भविष्य को उज्जवल बनाएंगी? जानिए इस खबर के पीछे की सच्चाई और भारतीय शिक्षा जगत के नए मानक।

Key Takeaways

  • 54 भारतीय संस्थानों का क्यूएस रैंकिंग में शामिल होना।
  • आईआईटी दिल्ली का 123वें स्थान पर आना।
  • क्यूएस रैंकिंग में 390 प्रतिशत की वृद्धि।
  • ग्लोबल टॉप 100 में 5 भारतीय संस्थानों का होना।
  • अनुसंधान और नवाचार पर जोर।

नई दिल्ली, 19 जून (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भारतीय विश्वविद्यालयों की उत्कृष्टता की सराहना करते हुए इसे देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है।

पीएम मोदी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के एक एक्स पोस्ट को रीट्वीट करते हुए कहा, "क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए विशेष खबर लेकर आई है। हमारी सरकार भारतीय युवाओं के लाभ के लिए अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।"

धर्मेंद्र प्रधान ने एक्स पर लिखा, "वैश्विक स्तर पर 54 सर्वश्रेष्ठ उच्च शिक्षा संस्थानों में शामिल होने के साथ भारत ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी 2026 रैंकिंग में एक नया मुकाम हासिल किया है। साल 2014 में केवल 11 संस्थानों से अब 54 तक, यह लगभग पांच गुना वृद्धि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किए गए शैक्षिक सुधारों को दर्शाती है। मुझे विश्वास है कि अनुसंधान, नवाचार और अंतर्राष्ट्रीयकरण पर एनईपी के जोर के साथ आने वाले समय में और भी भारतीय उच्च शिक्षा संस्थान वैश्विक उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे।"

आपको बताना चाहिए कि गुरुवार को जारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में कुल 54 भारतीय संस्थानों को शामिल किया गया है, जो भारत के लिए अब तक का सबसे श्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली शीर्ष रैंक वाला भारतीय संस्थान बनकर उभरा है, जो वैश्विक स्तर पर 150वें स्थान से 123वें स्थान पर पहुंच गया है, जो अब तक का उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। शिक्षा मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, "आईआईटी दिल्ली भारत के शीर्ष रैंक वाले संस्थान के रूप में अग्रणी है। यह क्यूएस रैंकिंग में संस्थान के लिए एक ऐतिहासिक ऊंचाई है।"

मंत्रालय ने यह भी कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने क्यूएस रैंकिंग में प्रतिनिधित्व में 390 प्रतिशत की अद्भुत वृद्धि दर्ज की है, जो जी-20 देशों में सबसे तेज है। पिछले साल की रैंकिंग में भारत का शीर्ष संस्थान आईआईटी बॉम्बे इस साल 118वें स्थान से फिसलकर 129वें स्थान पर आ गया है। इस वर्ष भारत के लगभग 48 प्रतिशत विश्वविद्यालयों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। वैश्विक शीर्ष 100 में पांच भारतीय संस्थानों ने भी स्थान प्राप्त किया है।

Point of View

बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारतीय शिक्षा के प्रति एक नई सोच को जन्म देता है। इस रैंकिंग में वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय उच्च शिक्षा में नवाचार और अनुसंधान को महत्व दिया जा रहा है।
NationPress
19/06/2025

Frequently Asked Questions

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग क्या है?
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग एक वैश्विक रैंकिंग प्रणाली है, जो विश्व के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों का मूल्यांकन करती है।
भारत ने इस रैंकिंग में कितने संस्थान शामिल किए हैं?
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में कुल 54 भारतीय संस्थान शामिल हैं।
आईआईटी दिल्ली का प्रदर्शन कैसा रहा?
आईआईटी दिल्ली ने 150वें से 123वें स्थान पर पहुँचकर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
क्या यह रैंकिंग भारतीय शिक्षा में सुधार को दर्शाती है?
हाँ, यह रैंकिंग भारतीय शिक्षा में सुधार और नवाचार को दर्शाती है।
क्या अन्य भारतीय संस्थान भी रैंकिंग में सुधार कर रहे हैं?
हाँ, इस वर्ष लगभग 48 प्रतिशत भारतीय विश्वविद्यालयों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है।