क्या ‘रागी’ दिल को स्वस्थ और पेट को मस्त रखता है? शुगर पेशेंट के लिए वरदान?

सारांश
Key Takeaways
- रागी दिल के लिए अच्छा है।
- यह पाचन तंत्र को सुधारता है।
- डायबिटीज में लाभकारी है।
- वजन को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- हड्डियों को मजबूत बनाता है।
नई दिल्ली, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। छोटे-छोटे दानों वाला अनाज रागी पोषण से भरपूर है। इसे अपने भोजन में शामिल करके दिल और पाचन तंत्र समेत पूरे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है।
रागी में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज की समस्या को दूर करने और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में सहायक है।
रागी को सुपरफूड कहा जाता है। इसके नियमित सेवन से पाचन तंत्र मजबूत होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, और दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। इसमें भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम और पोटैशियम है।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय रागी के फायदों को बताते हुए इसके सेवन की सिफारिश करता है। मंत्रालय के अनुसार, "विटामिन बी, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर रागी ग्लूटेन-मुक्त है, जो हृदय के लिए लाभकारी है और इसके नियमित सेवन से ऊर्जा मिलती है। यह नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों और किडनी तथा लीवर के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।"
यह डायबिटीज के रोगियों के लिए भी लाभकारी है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। इस प्रकार, यह डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
हेल्थ एक्सपर्ट इसे अपने खानपान में शामिल करने की सलाह देते हैं। इससे वजन भी नियंत्रित रहता है।
कई शोध बताते हैं कि रागी में फाइबर और प्रोटीन की अधिकता होती है, जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। यह वजन नियंत्रित करने में भी सहायक है। इसके अलावा, यह शरीर की हड्डियों को मजबूत करने में भी प्रभावी होता है। रागी खाने से दांत भी मजबूत होते हैं।
मिलेट खाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि मिलेट का अत्यधिक सेवन न करें। कुछ मिलेट (जैसे कि बाजरा) में गोइट्रोजेनिक तत्व हो सकते हैं, जो अधिक मात्रा में खाने से समस्या पैदा कर सकते हैं। कुछ लोगों को पाचन में भारीपन महसूस हो सकता है। कुछ व्यक्तियों को मिलेट से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट सावधानी से इसके सेवन की सलाह देते हैं। इसे पतली रोटी, खिचड़ी या दलिया के रूप में लिया जा सकता है।