क्या राहुल गांधी और अखिलेश यादव का राम मंदिर न जाना दुर्भाग्य है?
सारांश
Key Takeaways
- रामभद्राचार्य ने भविष्यवाणी की है कि भाजपा 2027 में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी।
- उन्होंने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के राम मंदिर न जाने पर खेद व्यक्त किया।
- जाति के आधार पर आरक्षण खत्म करने की बात की।
- उन्होंने धर्मेंद्र के निधन पर संवेदना व्यक्त की।
चित्रकूट, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर 'ध्वजारोहण' से पूर्व भविष्यवाणी की है कि २०२७ में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार पुनः बनेगी। उन्होंने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के राम मंदिर न जाने पर भी प्रतिक्रिया दी।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "जो लोग दर्शन के लिए नहीं गए, उनके लिए यह दुर्भाग्य की बात है। प्रधानमंत्री मोदी के लिए यह सौभाग्य की बात है, जो वहां गए।"
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की भारतीय नागरिकता पर उन्होंने कहा, "वह भारतीय नहीं हैं। वे देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी हैं, इसलिए उनका सम्मान किया जाता है, लेकिन उनमें भारतीयता नहीं है।" इसी दौरान, राहुल गांधी के विदेश दौरों पर उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
जब पूछा गया कि क्या भाजपा २०२७ में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में फिर से सरकार बनाएगी, तो उन्होंने कहा, "हां, यह फिर से जीतेगी।" बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत पर उन्होंने कहा, "बिहार के लोग जाति की राजनीति से ऊपर उठ चुके हैं। अब वे समझते हैं कि क्या करना है और किसे करना है।"
पीएम मोदी की तरफ से कांग्रेस को 'मुस्लिम लीग माओवादी कांग्रेस' कहने पर उन्होंने कहा, "उनका बयान मैंने भी सुना और उन्होंने जो कहा वह बिल्कुल सही है।"
इसी बीच उन्होंने जाति के आधार पर आरक्षण खत्म करने की वकालत की और एससी/एसटी एक्ट पर कहा, "इसे रद्द कर देना चाहिए। वेदों में अवर्ण या सवर्ण का जिक्र नहीं है। मैं कहूंगा कि जाति के आधार पर कोई आरक्षण नहीं होना चाहिए।"
उन्होंने अभिनेता धर्मेंद्र के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की और भगवान से उनकी आत्मा को शांति देने की प्रार्थना की।